Monday, December 23, 2019

हल्दी की सब्जी

हल्दी से हम भली भांति परिचित हैं। और ये भी जानते हैं कि हल्दी हमारे भोजन के लिए कितनी खास है। यदि बात सर्दियों की हो तो कई लोगों का इम्नयूटी सिस्टम कमजोर होने से सर्दियों में कई रोगों से ग्रसित होना पड़ता है। या यूँ कह सकते हैं कि सर्दियों में कई रोग हमें जकड़ लेते हैं। तो आईये जानते हैं हल्दी के विविध रूपों के बारे में। घर हो या बाहर खाना तो हम सभी खाते हैं और उस खाने में हल्दी भी हमारी सब्जियों में मौजूद रहती है। लेकिन वह हल्दी एक मसाले के रूप में हमारी सब्जियों का हिस्सा होती है। आज बात करेंगे कच्ची हल्दी की। हल्दी अपने गुणों के कारण सदियों से इंसान के लिए उपयोगी रही है आयुर्वेद हो या किचन हर ओर हल्दी के एक से बड़े एक उदाहरण मिल ही जायेंगे।


हल्दी मेंएंटीबायोटिक गुण होने से यह हमारे दर्द से लेकर अनेक गंभीर बीमारियों तक से उभरने तक कि क्षमता रखती है। सर्दियों में जुखाम से लेकर कैंसर रोधी गुण हल्दी में विद्यमान हैं।
अब यहाँ पर प्रश्न ये है कि हम हल्दी को किस किस रूप में अपने आहार का हिस्सा बना सकते हैं।

 क्या आपने कभी हल्दी की सब्जी के बारे में सुना है ?

हल्दी की सबज्जियाँ राजस्थानी लोगो का सर्दियों में मुख्य आहार होता है यहाँ तक कहा जाता है कि जब भी उनके यहाँ सर्दियों में कोई मेहमान आता है वो लोग बड़े ही उत्साह से उन्हें हल्दी जी सब्जी खिलाते हैं। हल्दी की सब्जी कैंसे बनती है और इसके लिए हमें किस किस सामग्री की जरूरत पड़ती है जानने के लिए यहाँ क्लिक करें। 



अब यदि हल्दी के वास्तविक रुप या गुणों के बारे अधिक जानकारी चाहिए तो आप यहाँ पर पा सकते हैं।  आप सभी आग्रह है कि सर्दियों में कम से एक बार जरूर हल्दी की सब्जी का सेवन कीजिये इससे आपका शरीर सर्दियों में होने वाली  समस्याओं से निजात मिलेगी।


Saturday, December 21, 2019

हम और हमारी यादें

तुम नही आते
आजकल
व्यस्तता की
उलझनों में
सिमट कर
रह गये हैं।

पर कहाँ ?
खेत खलिहान
घर परिवार
सब तो अब
जमाने की
बातें हो चली!

हाँ कोई नया
झुनझुना मिला होगा
उसने समेट लिया
मन को मन से
तभी सब कुछ
भुलाकर गुमसुम हो।

बस लड़ रही हैं!
अपने सुकून के लिए
हम और हमारी यादें। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Friday, December 20, 2019

पलायन की धै

भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु
बल रोका रे रोका रे रोका
तै पलायन तै रोका .....!

बंगला गाड़ी नौकर चाकर
बच्चा पढ़ा कि भेजी ऐथर
ड्यूटी भी पूरी, जिम्मदारी निभाली सैरी,
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु ....!

खुट्टी सरका नि सकदू अब
जुकडी बुथ्या नि सकदू अब
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु......!

गर्मी सह नि सकदू
सर्दी मा रै नि सकदू
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु.......!

बस बच्चों पर चलदु नि
दानु स्याणु क्वी मिल्ड्यू नि
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु.....! @- राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'








Thursday, December 19, 2019

Best app for youtubers

डिजिटल टेक्नोलॉजी दिन-प्रतिदिन बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है, कुछ डिजिटल एक्सपर्टों के अनुसार यह व्यवसाय या जॉब के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बनता जा रहा है। यदि आप अपने आप मे एक सेकेंड सोच के देखें तो बिना डिजिटल उपकरणों के आप बिलकुल शून्य हैं। आज नही तो कल हमें इस क्षेत्र की ओर कदम बढ़ाना ही पड़ेगा। यूट्यूब आज एक विश्वस्तरीय पाठशाला बन चुकी है परन्तु इस पाठशाला में प्रवेश की कोई उम्र या समय सीमा नही है यदि आप क्रेटिव है तो यह क्षेत्र आपके लिए रोजगार या स्वरोजगार का बेहतर से बेहतर प्लेटफॉर्म हो सकता है। आज भी अनेक लोग इस क्षेत्र की बहुत सी तकनीकियों पर काम कर के अपने खुद के स्टेटस मैनेज कर रहे हैं। इस क्षेत्र की सबसे बड़ी बात यह है कि यदि आप अच्छा ज्ञान रखते हैं या समय समय पर खुद को गूगल और यूट्यूब के नियमों के अनुसार अपडेट रखते हैं तो आपका कोई कंपटीटर नही होगा। यह एक युद्ध की भाँति है जिसके पास जितनी अच्छी तकनीकी होगी वही उतना अच्छा कैशल दिखायेगा। एक अच्छा योद्धा बनने के लिए आपको लगातार इन प्लेटफॉर्मों पर सीखना पड़ेगा। यदि आपको यूट्यूब के क्षेत्र पर कोई शंका है तो आप गूगल पर जा कर इस विषय मे ढेरों जानकारी ले सकते हैं।  

पिछले दो महीने पहले yourstory.com  पर एक आर्टिकल प्रकाशित हुआ था जिसे आप यहाँ पढ़ सकते हो।


इस आर्टिकल में केवल कुछ महिला यूटूबर की बात की गई है अधिक जानकारी के लिए आप उसे क्लिक कर सकते हैं।

आप भी यूटूबर से सीख कर अपने कौशल को लोगों तक पहुँचा सकते हो, हर व्यक्ति के अन्दर अद्भुत प्रतिभा होती है बस जरूरत है उसे पहिचानने की। आईये जानते हैं यूट्यूब पर यदि हमें वीडियो अपलोड करनी है तो उसे अच्छा बनाने के लिए कौन कौन से टूल्स उपयोग में लाने हैं और यदि हम खुद के फोन से ही यूट्यूब या ब्लॉग चला रहे हैं तो हमें किस किस एप्प की जरूरत पड़ सकती है।

यूट्यूब के लिए आपको जो एप्प चाहिए आप यहाँ क्लिक कीजिए। 

इस लिंक पर योगी योगेंद्र जी टेक्निकल योगी नाम से अपना यूट्यूब चैनल चलाते हैं आप उनके चैनल से भी कुशल यूटूबर के गुर सीख सकते हैं। यदि सीखने की ललक है तो हर ओर शिक्षालय है। दूसरा हम सभी लोगों के यूट्यूब चैनलों को लेकर एक भ्रम फैला हुआ है कि कमाई के लिए ज्यादा सब्सक्राइबर होने चाहिए। ऐंसा नही है आपका कंटेंट अच्छा और नैचरल होना चाहिए। इसके साथ आपको खुद से ही सीखना पड़ेगा का की लोग आपके किस तरह के कंटेंट या वीडियो पर अधिक आ रहे हैं। इसी के साथ आप सभी मित्रों का हार्दिक धन्यवाद। आगे भी आपके लिए कैरियर सम्बंधित विषय बस्तु लेकर आता रहूँगा।







Wednesday, December 18, 2019

बड़ा नही हूँ

बड़ा नही हूँ
हक भी नही है
बड़ा होने का!
अपनों के बीच
अपनों में रहना
अद्भुत अंदाज है
अपना होने का!
चौक खड़ियाँ वो सिलेटें
कब छोड़ दी, नही जानता
हाँ तेरे आने से
कुछ बदला है कद
मेरे छोटे होने का।
पानी धूप और हवा ने
कभी आवाज नही दी
जैंसे तुम दे रहे हो
कुछ अलग होने का।
क्या चाहते हो
अब यूँ जल कर
धूप खिला पाओगे
एक टाँग पर खड़े होकर
क्या एहसास है होने का। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'








Sunday, December 8, 2019

How you read a vernier caliper

Verneir Caliper के बारे में हम सभी ने अपने स्कूली एवं कॉलेज के समय मे जरूर पढ़ा या सुना होगा। यह मैकेनिकल क्षेत्र का एक प्रमुख टूल्स है  मैकेनिकल लाईन में माप के लिए वर्नियर कैलिपर्स Vernier Caliper का ही उपयोग होता है। आईये आज जानते हैं कि Vernier Caliper को कैंसे पढ़ते हैं।


Thursday, December 5, 2019

वीडियो एडिटिंग (Video editing)

डिजिटल (Digital) जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। डिजिटल के बिना समय के साथ चलना मुश्किल सा लगने लगता है। हर तीसरा व्यक्ति डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उतरना चाहता है। बहुत से संसाधन भी आज इसके लिए बाजार में उपलब्ध हैं। लेकिन हर किसी को इसके लिए समय निकालना संभव नही बन पाता है। कुछ लोग इस पद्धति को तकनीकी स्तर से देखते हैं। इसका मुख्य कारण हमारी स्कूली शिक्षा व्यवस्था है। सोशियल मीडिया से लेकर यूट्यूब एवं ब्लॉग इस व्यवस्था को चकाचौंद कर रहे हैं। जॉब के साथ साथ व्यवसाय के लिए भी डिजिटल एक प्रमुख स्तंभ बन चुका है यहाँ तक की कई लोग तो इस प्रकार की कक्षाएँ भी चला रहे हैं। शिक्षा के नये स्वरूप के रूप में यह पद्धति बहुत तेजी से शहर हो या गाँव हर जगह बढ़ती जा रही है। डिजिटल स्तर पर वीडियो बनाना, वीडियो एडिटिंग करना, आज बहुत आसान सा हो चुका है। यह सब सीखने के लिए बहुत से एप्प फ्री में भी उपलब्ध हैं। अधिक जानकारी के लिए निम्न वीडियो को देखें।


Thursday, November 28, 2019

बथुआ, बथुवा, Bathuva, बथुवा के फायदे

बथुआ या बथुवा को अंग्रेजी में Lamb's Quarters कहते है, इसका वैज्ञानिक नाम Chenopodium album है।

साग और रायता बना कर बथुआ अनादि काल से खाया जाता  रहा है लेकिन क्या आपको पता है कि विश्व की सबसे पुरानी महल बनाने की पुस्तक शिल्प शास्त्र में लिखा है कि हमारे बुजुर्ग अपने घरों को हरा रंग करने के लिए प्लस्तर में बथुवा मिलाते थे और हमारी बुजुर्ग सिर से ढेरे व फयास (डैंड्रफ) साफ करने के लिए बथुवै के पानी से बाल धोया करती। बथुवा गुणों की खान है और भारत में ऐसी ऐसी जड़ी बूटियां हैं तभी तो मेरा भारत महान है।

बथुवै में क्या क्या है? मतलब कौन कौन से विटामिन और मिनरल्स?

तो सुने, बथुवे में क्या नहीं है? बथुवा विटामिन B1, B2, B3, B5, B6, B9 और विटामिन C से भरपूर है तथा बथुवे में कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम, मैगनीज, फास्फोरस, पोटाशियम, सोडियम व जिंक आदि मिनरल्स हैं। 100 ग्राम कच्चे बथुवे यानि पत्तों में 7.3 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 4.2 ग्राम प्रोटीन व 4 ग्राम पोषक रेशे होते हैं। कुल मिलाकर 43  Kcal होती है।

जब बथुवा शीत (मट्ठा, लस्सी) या दही में मिला दिया जाता है तो यह किसी भी मांसाहार से ज्यादा प्रोटीन वाला व किसी भी अन्य खाद्य पदार्थ से ज्यादा सुपाच्य व पौष्टिक आहार बन जाता है, और साथ में बाजरे या मक्का की रोटी, मक्खन व गुड़ की डळी हो तो इस खाने के लिए देवता भी तरसते हैं।

जब हम बीमार होते हैं तो आजकल डॉक्टर सबसे पहले विटामिन की गोली ही खाने की सलाह देते हैं ना? गर्भवती महिला को खासतौर पर विटामिन बी, सी व लोहे की गोली बताई जाती है और बथुवे में वो सबकुछ है ही, कहने का मतलब है कि बथुवा पहलवानो से लेकर गर्भवती महिलाओं तक, बच्चों से लेकर बूढों तक, सबके लिए अमृत समान है।

यह साग प्रतिदिन खाने से गुर्दों में पथरी नहीं होती। बथुआ आमाशय को बलवान बनाता है, गर्मी से बढ़े हुए यकृत को ठीक करता है। बथुए के साग का सही मात्रा में सेवन किया जाए तो निरोग रहने के लिए सबसे उत्तम औषधि है।  बथुए का सेवन कम से कम मसाले डालकर करें। नमक न मिलाएँ तो अच्छा है, यदि स्वाद के लिए मिलाना पड़े तो काला नमक मिलाएँ और देशी गाय के घी से छौंक लगाएँ। बथुए का उबाला हुआ पानी अच्छा लगता है तथा दही में बनाया हुआ रायता स्वादिष्ट होता है। किसी भी तरह बथुआ नित्य सेवन करें। बथुवे में जिंक होता है जो कि शुक्राणु वर्धक है मतलब किसी भाई को जिस्मानी कमजोरी हो तो उसको भी दूर कर दे बथुवा।

बथुवा कब्ज दूर करता है और अगर पेट साफ रहेगा तो कोई भी बीमारी शरीर में लगेगी ही नहीं, ताकत और स्फूर्ति बनी रहेगी।

कहने का मतलब है कि जब तक इस मौसम में बथुए का साग मिलता रहे, नित्य इसकी सब्जी खाएँ। बथुए का रस, उबाला हुआ पानी पीएँ और तो और *यह खराब लीवर को भी ठीक कर देता है।

पथरी हो तो एक गिलास कच्चे बथुए के रस में शक्कर मिलाकर नित्य पिएँ तो पथरी टूटकर बाहर निकल आएगी।

मासिक धर्म रुका हुआ हो तो दो चम्मच बथुए के बीज एक गिलास पानी में उबालें। आधा रहने पर छानकर पी जाएँ। मासिक धर्म खुलकर साफ आएगा। आँखों में सूजन, लाली हो तो प्रतिदिन बथुए की सब्जी खाएँ।

पेशाब के रोगी बथुआ आधा किलो, पानी तीन गिलास, दोनों को उबालें और फिर पानी छान लें। बथुए को निचोड़कर पानी निकालकर यह भी छाने हुए पानी में मिला लें। स्वाद के लिए नींबू जीरा, जरा सी काली मिर्च और काला नमक लें और पी जाएँ।

आप ने अपने दादा दादी से ये कहते जरूर सुना होगा कि हमने तो सारी उम्र अंग्रेजी दवा की एक गोली भी नहीं ली। उनके स्वास्थ्य व ताकत का राज यही बथुवा ही है।

मकान को रंगने से लेकर खाने व दवाई तक बथुवा काम आता है और हाँ सिर के बाल क्या करेंगे शैम्पू इसके आगे।
हम आज बथुवे को भी कोंधरा, चौळाई, सांठी, भाँखड़ी आदि सैकड़ों आयुर्वेदिक औषधियों की बजाय खरपतवार समझते हैं।



बाथवे की अधिक जानकारी के लिए निम्न वीडियो जरूर सुने। 





Monday, November 25, 2019

परमल, गुजकरेला, किंकोड़, घुनगड़ी और मीठा करेला Kankoda

पहाड़ की संस्कृतियहां के खान-पान की बात ही अलग है। यहां के अनाज तो गुणों का खान हैं
ही, सब्जियां भी पौष्टिक तत्वों से भरपूर है। ऐसी ही खास पहाड़ी सब्जी है मीठा करेला, जिसे
अलग-अलग जगहों पर अलग नाम से जाना जाता है। कुछ लोग इसे परमला कहते हैं कई जगह
ये ककोड़ा के नाम से जानी जाती है।

शहरों में इसे राम करेला कहा जाता है। इसे ये नाम इसके गुणों की वजह से मिला है। इसे परमल, गुजकरेला, किंकोड़ा और घुनगड़ी भी कहा जाता है। अगर आप ठेठ पहाड़ी हैं तो मीठा करेला की सब्जी आपने जरूर खाई होगी। ये पहाड़ी सब्जी गुणों की खान हैं, अगस्त से लेकर नवंबर तक ये सब्जी पहाड़ में बेलों पर खूब उगती है।

इससे जुड़ी एक और मजेदार बात आपको बताते हैं दरअसल ये गुणों की खान तो है ही साथ ही
इसकी सब्जी बेहद स्वादिष्ट होती है अगस्त से लेकर नवंबर तक ये पहाड़ों में खूब उगता है अगर
हम आपको इसके गुणों के बारे में बताना शुरू करेंगे तो आप भी इस पहाड़ी सब्जी के मुरीद हो
जाएंगे।

एक शोध में पता चला है कि इसमें न केवल पर्याप्त मात्रा में आयरन मौजूद है, बल्कि
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट और खून को साफ करने वाले तत्व भी
हैं।

आप जानते ही होंगे कि आयरन तत्व न होने से एनीमिया, सिरदर्द या चक्कर आना,
हीमोग्लोबिन बनने में परेशानी होना जैसी परेशानियां शरीर को पस्त कर देती हैं। इसके अलावा
एंटीऑक्सिडेंट अक्‍सर अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य और बीमारियों को रोकने का काम करते
है।

कैंसर से बचाने, आंखों की रोशनी के लिए, मजबूत लिवर के लिए एंटी ऑक्सीडेंट शानदार
चीज है।करेला और वह भी मीठा। बात भले ही गले नहीं उतर रही हो, लेकिन है सोलह आने सच।
वैसे यह करेला चीनी की तरह मीठा नहीं होता, लेकिन कड़वा न होने के कारण इसे मीठा करेला कहते हैं।


पहाड़ में इसे ज्यादातर कंकोड़ा और कई इलाकों में परबल, राम करेला आदि नामों से भी जाना जाता है। कंकोड़ा ऊंचाई वाले इलाकों में अगस्त से लेकर नवंबर तक उगने वाली सब्जी है। पहाड़ में बरसात की सब्जियों के आखिरी पायदान पर यह लोगों के पोषण के काम आता है। हल्के पीले व हरे रंग और छोटे- छोटे कांटों वाली इस सब्जी मिनटों में तैयार हो जाती है।

बनाने की प्रक्रिया भी अन्य सब्जियों की तरह ही है। हां! यह जरूर ध्यान रखें कि कढ़ाई में छौंकते-छौंकते और अल्टा-पल्टी कर हल्की भाप देते ही कंकोड़े की सब्जी बनकर तैयार हो जाती है। कंकोड़े की की सूखी सब्जी जितनी जायकेदार होती है, उतनी ही आलण (बेसन का घोल) डालकर तैयार की गई तरीदार सब्जी भी। इसके अलावा कंकोड़े के सुक्सों की सब्जी भी बेहद स्वादिष्ट होती है।

सीजन में आप कंकोड़ों को सुखाकर किसी भी मौसम में आप सुक्सों की सब्जी बना सकते हैं। सुक्सों को भिगोकर बनाई गई तरीदार सब्जी का भी कोई जवाब नहीं। सब्जी के
साथ इसके बीज खाने में खराब लगते हैं। लेकिन, यदि बीजों को अलग से भूनकर खाने में आनंद आता है।

जब कंकोड़े छोटे-छोटे होते हैं तो उन्हें कच्चा भी खाया जा सकता है। कच्चे खाने में यह खूब स्वादिष्ट
लगते हैं और ककड़ी (खीरा) की तरह हल्की महक देते हैं। कड़वा करेला जहां डायबिटीज का दुश्मन है, वहीं मीठा करेला यानी कंकोड़ा भी डायबिटीज की प्रभावशाली दवा है।

सभी तरह के चर्म रोग व जलन में भी यह उपयोगी है। इसकी पत्तियों का रस पेट के कीड़ों को मारने सहायक है। कुष्ठ रोग में भी कंकोड़ा को लाभकारी माना जाता है। इसका स्वरस कील-मुहांसों को ठीक करने के भी काम आता है, जबकि इसकी जड़ को सुखाकर बनाया गए चूर्ण का लेप चर्म रोगों के लिए बहुत उपयोगी है।एक शोध में पता चला है कि कंकोड़ा में न केवल पर्याप्त मात्रा में आयरन मौजूद है, बल्कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और खून को साफ करने वाले तत्व भी इसमें हैं।

बता दें कि आयरन की कमी होने से एनीमिया, सिरदर्द, चक्कर आना, हीमोग्लोबिन बनने में परेशानी होना जैसी परेशानियां शरीर को पस्त कर देती हैं। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट अक्सर अच्छे स्वास्थ्य और बीमारियों को रोकने का काम करते है।

कंकोड़ा फाइबर, प्रोटीन और कॉर्बोहाइड्रेट की भी खान है।इसके पौधे पर बीमारियों का प्रकोप भी नहीं होता, जिस कारण यह पहाड़ों में खूब पनपता है। अब तो देहरादून व हल्द्वानी जैसे शहरों में कंकोड़ा मिलने लगा है।

कंकोड़ा लौकी कुल की सब्जी है। इसका वैज्ञानिक नाम सिलेंथरा पेडाटा (एल) स्चार्ड है।
इसका एक नाम राम करेला भी है। यह नाम कैसे पड़ा, इस बारे में किसी को जानकारी नहीं, लेकिन किंवदंती है कि भगवान राम ने वनवास के दौरान इसका सेवन किया था। सो, इसे राम करेला कहा जाने लगा। भले ही सीमांत में बहुतायत में मिलने वाले मीठे करेले को सब्जी के तौर पर पहचान मिली है।

लेकिन अपने स्वाद के लिए पहचाने जाने वाला मीठा करेला औषधीय गुणों से भी भरपूर है। शोध में पता चला है कि इसमें न केवल पर्याप्त मात्रा में आयरन मौजूद है, बल्कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट और खून को साफ करने वाले तत्व भी हैं। मीठा करेला सीमांत के किसानों की आय का जरिया भी बना है।

जिला मुख्यालय के बाजार में बिकने वाला मीठा करेला लोगों को खूब भा रहा है। मीठा करेला को उत्तराखंड में कई नामों से जाना जाता है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में इसे परला, मीठा करेला, राम करेला, गुजकरेला, काकोड़े, किंकोड़ा, घुनगड़ी, केकुरा आदि नामों से पहचान मिली है।
नेपाल में इसे बडेला कहा जाता है।

इसका वैज्ञानिक नाम सिलेंथरा पेडाटा स्चार्ड है। सितंबर से लेकर दिसंबर तक ये सब्जी पहाड़ में बेलों पर खूब उगती है। आम तौर पर मीठा या राम करेले को सब्जी के तौर पर जाना जाता है। लेकिन जानकारी के अभाव में लोग इसके औषधीय गुणों से अंजान हैं।

इसमें पर्याप्त मात्रा में आयरन मौजूद है। साथ ही इसमें प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट और खून को साफ करने वाले तत्व मौजूद हैं। आखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भी मीठा करेला रामवाण है। इसे फाइबर, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की खान भी कहा जाता है।

इसका नाम राम करेला या मीठा करेला क्यों पड़ा किसी को भी इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन किवदंती के अनुसार वनवास के दौरान राम के इसका सेवन करने से इसे राम करेले के नाम से प्रसिद्धि मिली। खासकर यह डायबिटीज के लिए कारगर सिद्ध होता है।

आप जानते होंगे की कड़वा करेला जहां डायबिटीज का दुश्मन है, वहीं मीठा करेला यानी कंकोड़ा भी डायबिटीज की प्रभावशाली दवा है। सभी तरह के चर्म रोग व जलन में भी यह उपयोगी है। इसकी पत्तियों का रस पेट के कीड़ों को मारने सहायक है।

कुष्ठ रोग में भी कंकोड़ा को लाभकारी माना जाता है। इसका स्वरस कील-मुहांसों को ठीक करने के भी काम आता है, जबकि इसकी जड़ को सुखाकर बनाया गए चूर्ण का लेप चर्मरोगों के लिए बहुत उपयोगी है। सिर्फ मीठा करेला या कड़वा करेला ही हमारे स्वास्थ को सुचारु रूप से नहीं
चलाते बल्कि सभी प्राकृतिक सब्जिया हमारे शरीर को स्वस्थ बनाये रखती है। 






Wednesday, November 13, 2019

कॉपी पेस्ट प्रोटेक्ट सामग्री को कैंसे कॉपी करें

अक्सर हम लोगों को पढ़ते पढ़ते कई वेब साइटों पर कुछ अच्छी सामग्री पा लेते हैं मगर वो कॉपी नही हो पाती है क्योंकि वेबसाईट के ऑनर ने उसे प्रोटेक्ट किया हुआ होता है। और यह बहुत अच्छी बात भी है क्योंकि उनकी मेहनत है जब भी हमें उस लेख को पढ़ना पड़ेगा या तो उस वेबसाईट पर जाना पड़ेगा या उसको किसी फाईल में सेव करना पड़ेगा। मगर जब यह बात किसी विषय बस्तु की हो जैंसे अलग अलग परीक्षाओं में आने वाले प्रश्न पत्रों की हो तो आखिर कितना समय बर्बाद होगा इसी के मध्यनजर आज हम सीखेंगे की किसी वेबसाईट की प्रोटेक्ट सामग्री को कैंसे हम सरलता से कॉपी कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए सीखो सिखाओ की निम्न वीडियो द्वारा जानते हैं।







Sunday, November 3, 2019

हनारा गाँव सिरसेड़ Hamara Gaon Sirsed

आपना घर गाँव भला किसे अच्छा नही लगता मगर हमारे गाँव की बात की कुछ अलग है, कई सारी जाती के लोग हमारे गाँव मे रहते हैं, आज गाँव मे छोटे-बड़े का भेद भाव नही है। जैंसा देखने की दृष्टि से लग रहा है वैसा ही यह सम्पन्न भी है। गाँव में कठैत, भंडारी, कुँवर, नेगी, रावत, बनमाळ इस तरह की जन जातियाँ निवास करती हैं। शिक्षा की दृष्टि से यह पूर्णतया साक्षर है।  यदि देखा जाय तो 10 से 55 की उम्र तक कोई भी आज अशिक्षित नही है। गाँव में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अध्यापक, युवा जुझारू एवं संघर्षशील अध्यापकों के कारण क्षेत्र में शिक्षा का स्तर काफी अच्छा है। गाँव के लोग पूर्व समय से ही सेना, पुलिस, होटल, एवं अन्य सरकारी सेवाओं में अपनी सेवा देते रहे हैं उन्हीं के अनुसरण के कारण आज भी काफी संख्या में युवा सेना, पुलिस, अध्यापन के साथ साथ अन्य सरकारी सेवाओं एवं स्वरोजगार की ओर भी बढ़ रहे हैं। हमारे गाँव का नाम सिरसेड़ (कडकोट पट्टी ) कीर्तिनगर, देवप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड।  पूरा गांव देखने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें।  हमें आशा ही नही बल्कि पूरी उम्मीद है आप गाँव के प्रकृति नाजारों का आनन्द लेंगे। भविष्य में गाँव के इतिहास को जानने के लिए गाँव का रुख करेंगे। हमारे गाँव मे आप सभी स्नेहीजनों का हार्दिक स्वागत है।




Monday, October 28, 2019

फेसबुक से पैंसे कैंसे कमा सकते हैं।

जॉब एवं व्यवसाय को आधुनिक तकनीकी पूरी टक्कर दे रही है या सीधे तौर पर कहा जाय तो आज का सोशियल मीडिया भी जॉब एवं व्यवसाय का एक पर्याय बन चुका है बस जरूरत है तो इसको जानने की। यूट्यूब, ब्लॉग, वेबसाइटों से तो बहुत समय से लोग बहुत अच्छे पैंसे बना रहे हैं मगर एक सच यह भी है कि फेसबुक से भी कई सारे लोग बहुत अच्छा पैंसा बनाने लग चुके हैं ।  आईये जानते हैं रणजीत जी से कि कैंसे फेसबुक पेज से पैंसे बनाये जा सकते हैं। अधिक जानकारी के रणजीत जी इस वीडियो से जानते हैं। 



Tuesday, October 8, 2019

Make professional logo with in the minute

किसी भी कार्य को करने के लिए कार्य का नाम और उसको जानने के लिए उसका लॉगो बहुत जरूरी होता है। मगर जब जरूरत होती है तो तब हमें प्रोफेशनल लॉगो बनाने वाला नही मिल पाता है। ज्यदातर लोग इस प्रोफेशन से अनभिज्ञ होते हैं आईये जानते हैं ऐंसी वेबसाईट जो हमें हमारी जरूरत के अनुसार लॉगो डिजाईन कर कर दे दे।


~ 'चलो चाँद देखें'~


चाँद को चाँद की तलाश
आसमाँ भी खुश है आज
बादल महक रहे हैं देख
छतों का हर्षोल्लास!

निगाहें झाँक रही हैं
खुद का विश्वास
महकती छवि आज
गर्वित हुआ एहसास।

श्रद्धा मन मे उमड़ती
कर अलौकिक श्रृंगार
चाँद भी मदहोश हुआ
पा कर चाँद का दीदार! @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

#करवाचौथ
#दीदार_चाँद_का

Tuesday, October 1, 2019

How to start your business

व्यवसाय शुरू कैंसे करें। या शुरू करने से पहले क्या क्या तैयारियाँ करनी हैं, टेक्ससेस और राजिस्ट्रेशन कैंसे करना है। कौन सी वेबसाईट है जहाँ पर हर प्रकार के सर्टिफिकेशन और रजिस्ट्रेशन बहुत कम दाम पर किये जाते हैं। साथ ही नये लोगों को व्यवसाय शुरू करते समय क्या क्या सावधानी रखनी होती हैं। आईये जानते हैं ध्रुव राठी जी से।



Monday, September 30, 2019

Advance New Features in Youtube Studio Analytics

यूट्यूब के न्यू एडवांस फीचर अपडेट। यदि आप यूटूबर और ब्लॉगिंग की ओर बढ़ना चाहते हैं तो यह यह यूट्यूब न्यू एडवांस एनालिटिक्स आपको अच्छा अनुभव दिला सकते हैं।


Google Alerts

गूगल अलर्ट (Google Alert ) क्या है और इससे हम कैंसे अपनी अभिरुचि के अनुरूप सूचनाएँ प्राप्त कर सकते हैं। साधारणतः हमें अपनी रुचि के अनुरूप कंटेंट, सब्जेक्ट, जॉब, कैरियर, कोर्स आदि चुनने में बहुत सी प्रॉब्लम होती हैं, गूगल अलर्ट (Google Alert ) से हम इस संभावना को काफी हद तक कम कर सकते हैं। हम गूगल पर हो रहे अपनी अभिरुचि के अपडेट को गूगल अलर्ट से प्राप्त कर सकते हैं, इससे हमें अपनी अभिरुचि के अनुसार किसी भी विषय बस्तु की या सर्विस की उचित जानकारी मिल जाती है, साथ ही हम अपनी अभिरुचि के केंद्र बिंदुओं पर अच्छी रिसर्च भी कर सकते हैं। तो आईये जानते हैं गूगल अलर्ट की सेटिंग्स कैंसे करें।


Sunday, September 29, 2019

Submit your website on search engines

अपनी वेबसाईट को सर्च ईंजन में कैंसे समिट करें। निम्न वीडियो में आप सीख सकते हैं अपने ब्लॉग एवं वेबसाईट को कैंसे और किन किन सर्च इंजनों पर हम समिट कर सकते हैं। 


Friday, September 27, 2019

Google Tag Manager

स्कीमा डेटा गूगल टैग मैनेजर (Shema Data With Google Tag Manager क्या है है और इसकी जरूरत क्यों पड़ती है। यह टेक्निकल इंफॉर्मेशन है बिना देखे समझना मुश्किल सा होगा इसलिए सीधे चलते हैं अमित तिवारी जी की यूट्यूब वीडियो पर। 


Tuesday, September 24, 2019

Digital Marketing One Of The Top Career

बचपन से हम 10, 12, 15 या 20 साल अपने पढ़ाई (Schooling, Education) के क्षेत्र में निकाल देते है। अब सोचने वाली बात ये है कि इसके बाद भी कितने प्रतिशत लोग साधारण रुप से लगातार कक्षाएँ उत्तीर्ण करने के बावजूद भी अपने पैरों पर बिना किसी की सहायता के खड़े हो पाते हैं। यदि देखा जाय तो मुश्किल से 10% लोग । किसी भी फील्ड में जाने के लिए शिक्षा के प्रमाण पत्रों के साथ-साथ पुनः आपकी दक्षता का भी निरीक्षण होता है और उसके बाद ही कोई भी ऑर्गनाइजेशन आपकी कीमत लगाती है। यह प्रतिस्पर्धा दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। आजकल जॉब या स्वरोजगार (Job, Business or Entrepreneurs) के लिए सबसे मजबूत क्षेत्र देखा जा रहा है वह है डिजिटल मार्केटिंग ( Digital Marketing Career ) । यहाँ पर यह बिल्कुल नही कहा जा रहा है कि डिजिटल सर्टिफिकेट लेने के बाद या किसी बड़े डिजिटल कोर्ष करने के बाद तुरन्त कोई अच्छी जॉब मिल जायेगी या कोई व्यवसाय शुरू हो जायेगा। परन्तु वर्तमान बदलते परिवेश को देख कर शत-प्रतिशत आईडिया लगाया जा सकता है कि आने वाले समय के लिए आपका डिजिटल होना अनिवार्य है अन्यथा आप एक साधारण एकाउंटटेंट या क्लर्क तक ही सीमित रहेंगे। कहने का अर्थ है चाहे आप किसान ही क्यों नही है यदि आप को बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज करनी है तो आपको डिजिटल का सहारा लेना ही पड़ेगा। मैं अपनी कई आर्टिकलों में बता चुका हूँ डिजिटल का मतलब वेब डिजाईनर ( Web Designer) , फेसबुक ऐड ( Social Media Marker )चलाने वाला या सर्च ईंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) तक सीमित नही होता यह एक तरह से कंप्लीट स्पॉट है जिसके अन्य प्रोफाइलों की तरह ही विभिन्न विभाग हैं। हर विभाग का अपना अस्तित्व है। आज इस ओर कदम बढ़ाने के लिए मार्केट में भरपूर संसाधन उपलब्ध हैं। डिजिटल मार्केटिंग सीखने के लिए ऑनलाईन एवं ऑफ लाईन दोनों रास्तों का उपयोग भली भाँति लोग वर्षों से करते चले आ रहे हैं। इस इंडस्ट्रीज में कई लोग सराहनीय कार्य कर रहे हैं। लेकिन सदैव यह याद रखना चाहिए अपनी दक्षता के अनुरूप ही कोई भी व्यक्ति बाजार में आना स्थान बना पाता है और यह कोई साधारण खेल नही है। लगातार अपडेशन आपकी क्षमता को निखरता है। इस क्षेत्र की अधिक जानकारी के लिए आप इस क्षेत्र के टॉप डिजिटल मार्केटर, ब्लॉगर एवं यूटूबर को पढ़ और सुन सकते हैं। आईये इस कड़ी में आप से मिलवाते हैं पुष्कर राज ठाकुर जी एवं अमरेश भारतीय जी डिजिटल मार्केटिंग के टॉप टेन चेहरों में से एक हैं, इनका एक बहुत अच्छा यूट्यूब चैनल है, ये मोटिवेशनल स्पीकर हैं साथ ही बहुत बेहतरीन लेखक भी हैं अब आप ये मत कहना कि हमनें इन्हें पढ़ा ही नही। मित्रो पढोगे तो तब जब आप इस क्षेत्र से अपने आपको  जागरूक करोगे। मैं भी खुद आप सभी की तरह एक साधारण विद्यार्थी था, लेकिन टेक्नोलॉजी के प्रति मेरा रुजान मुझे इस फील्ड की ओर ले जा रहा है। मैं खुद मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज को आगे बढ़ा रहा हूँ। मेरा मानना है कि किसी भी क्षेत्र के लिए सर्टिफिकेट से ज्यादा जरूरी आपका अपना स्किल होता है। बिना तकनीकी शिक्षा (Engineering Education ) के हम खुद एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट ( Manufacturing Unit) चला रहे हैं यह भी डिजिटल मार्केटिंग की देन है। अपने भी दो ब्लॉग हैं यूट्यूब चैनल हैं, वेबसाईट है और ये सारे खुद के खुद बनाये हैं जो यूनिट हम लोग चला रहे हैं उसे दस साल हो चुके हैं बिना व्यवसाय ज्ञान के और बिना व्यवसाय पारिवारिक पृष्टभूमि के और सबसे ज्यादा जो चौकाने वाली बात है बिना इन्वेस्टमेंट के हम लोग लगातार आगे बढ़ रहे हैं खुद के साथ-साथ आठ दस लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। इन दस सालों में हमारे पास न तो कोई वर्कशॉप टेक्निकल व्यक्ति है न ही कोई मार्केटिंग या सेल्स टीम है। आशा है आप सभी को मेरे द्वारा लिखे ये लेख पसंद आ रहे होंगे। ये लेख आने वाले युवाओं के लिए एक प्रेरणा हो सकते हैं ऐंसा मेरा विश्वास है। अब चलते है निम्न इंटरव्यू पर। 


Monday, September 23, 2019

Back Link Generator Tools

आज का समय डिजिटल का है और देश मे मोबाईल टेक्नोलॉजी का विस्तार व्यापक रुप से हो रहा है जिसके कारण घर के हर पांच सदस्यों में से तीन के पास मोबाईल है और आज मोबाईल का मतलब बदल गया है मोबाईल मतलब इंटरनेट (Internet) अचानक से इंटरनेट का उपयोग बढ़ने से डिजिटल मार्केटिंग क्षेत्र भी बढ़ गया है। लेकिन लोग फिर भी डिजिटल का मतलब वेबसाइटों के डिजाईनिंग (Website Designing) तक ही सोच रहे हैं, जबकि डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing) का अपने आप मे एक बहुत बड़ा क्षेत्र है। दुनियाँ के हर क्षेत्र में डिजिटल मार्केटिंग की जरूरत महसूस होने लगी है चाहे वो सरकारी हो या प्राइवेट। आज यहां पर बात करते हैं सर्च ईंजन ऑप्टिमाइजेशन के बैक लिंक की। यह विधि भी गूगल सर्च ईंजन ऑप्टीमाइजेशन रैंकिंग में वेब पेज या वेब साईट को अच्छी रैंक दिलवाती है, बस हमें इसके लिए कुछ बैकलिंक एनालिसिस टूल्स ( Backlink Analysis Tools ) और 
 स्पैम स्कोर चेकर्स टूल्स ( Spam Score Checker Tools ) की कुछ जानकारी की जरूरत होती है उसे हम किसी डिजिटल एक्सपर्ट या गूगल की मदद लेकर जान सकते हैं। बहुत से बैक लिंक गूगल पर मैजूद हैं जिनमे से फ्री भी हैं और पेढ भी हैं। कोशिश करें कि बैक लिंक क्रेट करते समय उनकी कुछ रिसर्च कर लें। अधिक जानकारी के लिए निम्न वीडियो से सीख सकते हैं।


 




Sunday, September 22, 2019

सफलता के लिए लगातार सीखना जरूरी है।

सफलता एक दिन में नही मिलती, लेकिन इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है सफलता बिना सीखे, भी नही मिलती। इस कड़ी में देहरादून के राहुल भटनागर जी  को सुनते हैं उनकी जिंदगी के पहलू से हो सकते हम खुद को रिलेट कर पायें। एक असफलता से सीखना बहुत सरल एवं महत्वपूर्ण है। क्योंकि समाज कि हर नजर असफलता को खरोंचती रहती है। हम सभी इसके अनेकों बार शिकार हुये हैं। परन्तु यह सत्य है जो इन बातों से घबरा कर बैठ गया वो कभी सफलता की सीढ़ियां नही चढ़ सकता।


Thursday, September 19, 2019

India's Wonder Girl Jahanvi

भारत की अद्भुत प्रतिभा संपन्न इस लड़की की कबिलियात वास्तव में काबिले तारीफ है। आईये जानते हैं इस अद्भुत लड़की को उसके इंटरव्यू द्वारा।

Friday, September 13, 2019

Google Go Application

गूगल हर किसी के लिए एक मार्गदर्शक बन चुका है वो चाहे स्टूडेंट्स हों, चाहे ऑफिस का क्लर्क, हाऊस वाईफ हो या व्यवसायी, बिना गूगल सपोर्ट के हर किसी के लिए आधुनिक जीवन जीना नामुमकिन सा होता जा रहा है। आईये इस कड़ी में गूगल गो के नए एप्प के बारे में जानते हैं यह गूगल का अपना एप्लिकेशन है जिसे हर कोई बड़ी आसानी से उपयोग कर सकता है। गूगल गो एप्प (Google Go App) में बहुत सी खूबियाँ हैं। मोबाईल की यह छोटी सी एप्लीकेशन हर किसी को स्मार्ट बना देगी। इस एप्प के माध्यम से हम अपनी कोई भी इन्क्वारी सर्च कर के उसे या तो पढ़ सकते हैं और यदि पढ़ना नही आता हो तो आईडीओ फॉर्मेट में सुन भी सकते हैं। यह इस तरह का अपने आप मे बहुत बेहतरीन एप्प है। हम इस एप्प पर लिख कर या बोल कर सर्च कर सकते हैं ठीक उसी तरह यह एप्प हमें लिख कर या बोल कर हमें बतायेगा। इसके साथ ही इस एप्प पर एक महत्वपूर्ण लेंस भी मिलता है वह भी हमारी बहुत सी हेल्प करता है। अधिक जनकारी के लिए चले निम्न वीडियो देखते हैं। 



Thursday, September 12, 2019

What is the different of Technology and Education

महत्वपूर्ण यह नही कि हम कितनी कक्षा पास हैं, महत्वपूर्ण यह नही की हमारे पास कितनी डिग्रियाँ किन किन विद्यालयों से हैं, बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि समय और टेक्नोलॉजी को हम कहाँ तक अपने लिए उपयोगी बना सकते हैं। यदि किसी के अंदर सीखने की ललक हो तो वो क्या कुछ नही कर सकता ऐंसे उदाहरण हमें वेदों एवं पुराणों में भी देखने को मिलते हैं, महाभारत काल मे एकलव्य जैंसे किरदार हमें प्रभावित कर चुके हैं। आज बात करते हैं इन छोटे बच्चों की जो कक्षा 5 से और 8वीं तक मे हैं इनमे से एक बच्चा हमारे ऑफिस के सामने अपने पुराने व्यवसाय पान की ठेली पर लगभग बैठा मिलता हैं, इन बच्चों की सोच टेक्नोलॉजी के प्रति कितनी जागरूक है। यदि ये बच्चे यूटूबर की पंक्ति में खड़े हो सकते हैं तो हम भला क्यों नही। 


Wednesday, September 11, 2019

Latest update youtube/ New Youtube updates

यूटूब अपडेट की ओर से चार अपडेट किये गये हैं यह सभी यूटूबरों के लिए बहुत अच्छी खबर है।
1. अपने व्यूवरों को अब अपने चैनल सब्सक्राइब के लिए विनती नही करनी पड़ेगी।
2. कमेंट मे भी कुछ बदलाव किया है।
3. कम्युनिटी गाईड लाईन में भी कुछ चेंज किया है।
4. वीडियो अपलोड करने के 3 घंटे बाद उसके एनालिटिक्स में इम्प्रेशन, सी ई आर सब दिखने लगेगा। अधिक जानकारी के लिए धर्मेंद्र कुमार जी का   MY SMART SUPPORT Youtube Channel पर क्लिक करें या ये वीडियो देेखें ।




Video advertisement

कहते है जो समय और तकनीकी को समझ ले वो कभी पीछे नही रह सकता, यदि आप अपने कौशल को बढ़ाना चाहते हैं तो आपको अपने वर्तमान से आगे निकलने वाली तकनिकी को पकड़ना बहुत जरूरी हो जाता है। आज समय वीडियो मार्केटिंग के पहलू में बड़ी तेजी से दौड़ रहा है आपको इसका उपयोग कैंसे करना है यह सीख लेना अति आवश्यक है, अन्यथा आप अपने रास्ते की मंजिलों में अवरोधक महसूस करके मायूस हो कर थक जाओगे। समय ने हर व्यक्ति के हाथों में आधुनिक उपकरणों से परिपूर्ण एंड्राइड मोबाईल फोन थमा दिये, फिर क्यों आप अपने कौशल को इस चुनौती से दूर रखें हुये हैं। यदि आप इस कौशल को सीखने की कोशिश करते हैं तो आपका व्यक्तिगत जीवन ही नही आपका सामाजिक स्तर एवं व्यवसाहिक क्षेत्र भी चमत्कारिक रूप से बदल जायेगा। आईये सीखते हैं इस वीडियो से कैंसे किसी वीडियो को कम्प्रेस कर के आपने व्यवसाय के काविल बनाई जाय। 




Tuesday, September 10, 2019

व्यवसाय बिना पैंसों के कैंसे शुरू कर सकते हैं

केवल प्रेरणा या पॉजिटिविटी के लिए नही बल्कि अपने शौक को अंजाम तक पहुँचाने के लिए इस वीडियो को देख लीजिए। इस तरह की ढेरों सामग्री यूट्यूब या सोशियल मीडिया के अनेक प्लेटफॉर्मों पर उपलब्ध हैं। जरूरी नही हम किसी बड़े मोटिवेटर की वर्कशॉप से ही सीख या समझ सकते हैं यह सब विचारों एवं मस्तिष्क का खेल है और यदि इसे अपना शौक बना लिया जाय तो आपका आत्मविश्वास एकदिन डबल हो जायेगा। इसका ये फायदा होगा कि आपको अपनी रोटी की चिंता नही होगी बल्कि दूसरों को भी रोटी खिलाना सीखा दोगे। यही व्यवसाय का सफलतम सूत्र है।आईये सीखते हैं अनुराग अग्रवाल जी की इस वीडियो से।

गूगल आपके बारे में क्या जनता है

गूगल एक ऐंसा नाम जिसे हम सभी भली भांति परिचित हैं। मगर हम में से बहुत कम लोगों को ये मालूम है कि गूगल हमारे बारे में कितनी जानकारियाँ रखता है। साधारण भाषा मे बोले तो हम में से जितने भी लोग गूगल का उपयोग किसी भी तरह से करते है गूगल वो सब हमारी जानकारी अपने पास स्टोर कर के रखता। इसकी पूर्ण जानकारी के लिए इस वीडियो को देखते हैं।


Monday, September 9, 2019

Who can see ur facebook post

साधारणत: सभी फेसबुक यूजर्स बिना तकनीकी जानकारी के या जल्दबाजी में अपना फेसबुक अकाउंट बना लेते हैं। लेकिन बेसिक जानकारियों के अभाव में कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं अंदेख कर फेसबुक का उपयोग करने लगते हैं। वैंसे आपकी जानकारी के लिए यहाँ बता दूँ फेसबुक बहुत बड़ा और तकनीकी रूप से बहुत महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म है जॉब, व्यवसाय एवं सर्विस इन्डस्ट्रीज के लिए। इससे भी महत्वपूर्ण है हम सभी के मन मस्तिष्क को सक्रिय रखने के लिए जहाँ लोग इसको बीमारी कहते हैं मैं इस प्लेटफॉर्म को एक विद्यालय मानता हूँ। मेरे बहुत से शौक इससे पुनर्जीवित हुये हैं जो स्कूल, कालेज एवं जॉब या परिवारिक भार के आ जाने से मृत्यु श्या पर पड़े थे। मेरा लगातार लेखन फेसबुक के कारण बना हुआ है, कई सारी महत्वपूर्ण शिक्षा एवं तकनीकी मुझे फेसबुक से सीखने को मिली हैं, एक तरह से मैं फेसबुक को अपना डिजिटल गुरु भी मानता हूँ। मेरा ब्लॉग हो या लेखन हो या फोटोग्राफी, फोटो एडिटिंग, कंटेंट राईटिंग, ई मार्केटिंग, आयुर्वेद ज्ञान, विश्व स्तरीय शिक्षक मंडली, पत्रिकारिता मंडली, महत्वपूर्ण मित्रता सूचि और तो और मेरा छोटा सा ही सही मगर बिल्कुल अलग तरह से व्यवसाय का निर्माण करना भी मुझे इस फेसबुक ने ही सिखाया है। अब आपके लिए फेसबुक समय खराब करने वाला साधन है या ज्ञान प्रदान करने वाला महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म यह आप और आपके अन्दर ज्ञान संग्रह करने की प्रस्थितियों पर निर्भर हो सकता है। तो आईये बात कर रहे थे कि फेसबुक की महत्वपूर्ण सेटिंग को कैंसे क्रियान्वित किया जाय इसके लिए आपको इस वीडियो का सहारा लेना पड़ेगा। मेरा इस पोस्ट को लिखने का मुख्य मकसद है कि मेरे कई मित्र कहते हैं कि आप मेरी पोस्ट पर नही आते हो। उन मित्रों को बता दूँ आप अपनी सेटिंग्स देख लीजिए आपकी पोस्ट किस प्रोफाईल को दिखनी चाहिए। फेसबुक का एल्गोरिदम लगभग अपडेट होता रहता है आप इसकी अपडेशन को पढ़ते रहें ताकि आपका पोस्ट फेसबुक पर प्रभावी बनी रहे। 




Sunday, September 8, 2019

Whatsapp amazing secret trick

फेसबुक एवं व्हाट्सएप तो हम आप सभी बहुत ज्यादा उपयोग करते हैं करेंगे भी क्यों नही, क्योंकि फेसबुक और व्हाट्सएप ने बहुत कुछ बदल के रख दिया है चाहे वो समय एवं संसाधनों हों। आज जानते हैं व्हाट्सएप की कुछ अमेजिंग स्क्रेट ट्रिक के बारे में (whatsapp amazing secret trick) यदि आप भी इसकी जानकारी चाहते हैं तो निम्न वीडियो को जरूर देखें। 
 लोग जितनी भी तकनिकियाँ उपयोग करते हैं हमें उनकी हर जानकारी सीखनी बहुत जरूरी हो चुकी हैं क्योंकि जाने में या विना जानकारी के हम जितना भी उपयोग करते हैं हो न हो वो हमारे लिए जितने उपयोगी हैं उतने ही घातक भी हो सकते हैं इसलिए हर तकनीकी का बड़ी सावधानी से एवं पूरी             जानकारी लेने के बाद ही उपयोग करना चाहिए ताकि कोई      हमें नुकसान न पहुँचा पाये।                                            


Saturday, September 7, 2019

What is the vedic plaster/ वैदिक प्लास्टर क्या है

वैदिक प्लास्टर ( Vedic Plaster) भारतीय संस्कृति वैज्ञानिकता पर आधारित थी। यदि बात करें रहन-सहन की तो वो भी वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित थी। लकड़ी, मिट्टी एवं गाय के गोबर से बने घरों को शुद्ध घर माना जाता था ये हर मौसम के अनुरूप सुरक्षित होते थे। इन घरों के अन्दर की दीवारों एवं फर्श वातावरण के प्रभाव को नियंत्रित करते थे। इस तकनीकी पर आधारित आजकल बाजारों में वैदिक प्लास्टर बिक रहा है आईये जानते हैं इस वीडियो वैदिक प्लास्टर क्या है। या इस लिंक पर देखें । 


How can create poster banner in your android phone

आज हम सभी के हाथों में एंड्राइड (android phone) फोन हैं, साथ ही टेक्नोलॉजी दिनों-दिन बेहतर होती जा रही है। वो एक समय था जब हम किसी भी परिणाम तक पहुँचने के लिए केवल स्पेशलिस्ट लोगों का सहारा लेते थे, आज के समय मे टेक्नोलॉजी डेवेलॉप होने के कारण कोई भी एप्प और सॉप्टवेयर के द्वारा अपनी जरूरत के अनुरूप डिजाईन, बैनर एवं पोस्टर बना सकते हैं। खासकर जन्मदिन, चुनाव, त्योहारों के मौकों पर हर कोई चाहता है कि हम भी अपने नाम से पोस्टर एवं बैनर बना ले। इतना ही नही आप फेसबुक प्रोफाईल, कवर पेज, ट्विटर, यूट्यूब ब्लॉग यहाँ तक कि किसी भी मौके पर आसानी से कोई भी डिजाईन बना सकते हैं। साधारणतः लोगों को फोटोशॉप, कोरल ड्रॉ आदि सॉप्टवेयर का उपयोग करना मुश्किल होता है। खासकर जब हिंदी फॉन्ट और फोटो का बैकराउंड बनाना हो। अधिक जानकारी के लिए निम्न वीडियो देखिये। या इस लिंक पर क्लिक कीजिए। 

Friday, September 6, 2019

Bee Framing , Bee Venom , मधुमखी पालन

अक्सर लोगों से मधुमखी पालन के बारे मे सुना होगा, मधुमखी पालन (Bee Framing) एक बहुत बड़ा व्यवसाय है यदि हम मधुमखी पालन की डिटेल्स में जायें तो बहुत सी नई तकनीकी जानकारियां हमें उपलब्ध होंगी। अधिक जानकारी के निम्न वीडियो देख सकते हैं। 


Thursday, September 5, 2019

Make money on Tik Tok Video, youtube and Job profile

शौक जब रोजगार का साधन बन जाए तो कितना आनंद मिलता है। बात करते हैं आज हर मोबाईल पर धूम मचाते हुये टिक टाक एप्प (Tik Tok App ) की। जैंसे यूट्यूब (YouTube) इंस्टाग्राम (Instagram) फेसबुक (Facebook) आदि सोशियल साईटों से जॉब का अल्टरने मिलना शुरू हुआ तो उस ओर बड़ी संख्या में लोगों का झुकाव बढ़ने लगा। कुछ लोग बहुत अच्छे पैंसे भी बना रहे हैं। पैंसा कैंसे इन सोशियल साईटों से बनता है इसकी जानकारी के लिए सतीश कुशवाह जी के साथ यूटूबर एवं टिक टॉक पर परचम लहराने वाले आरुष तिवारी जी इंटरव्यू देखते हैं। यदि भी आरुष के टिक टॉक से आईडिया लेना चाहते हैं कि आरुष जी कैंसे वीडियो बनाते हैं। तो उनका Tik Tok Id @aarusan05. 


Wednesday, September 4, 2019

SEO for blogging with Complete setting

ब्लॉग पर आर्टिकल कैंसे लिखें साथ ही उसका सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन कैंसे करना है और ब्लॉग की सेटिंग कहाँ कैंसे करनी है हिंदी में सीखें। (SEO FOR BLOGGING EITH COMPLETE SETTING) 

टेक्नो वेदांत यूट्यूब चैनल पर बहुत सरलता के साथ बताया गया है कि ब्लॉग को कैंसे सेट करें, ब्लॉग की सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन की पूरी सेटिंग के साथ साथ ब्लॉग का मेटा टैग आदि की भी जानकारी दी गयी है। एक नये ब्लॉगर के साथ साथ उन पुराने ब्लॉगरों के लिए भी यह जानकारी महत्वपूर्ण है जिन्होंने अपने ब्लॉग के आर्टिकल को (SEO) search engine optimization नही किया है। पूर्ण जानकारी के लिए आप नीचे दी गयी वीडियो देख सकते हैं। 





Tuesday, September 3, 2019

यूट्यूब, ब्लॉग और जॉब में आपके लिए बेहतर क्या हो सकता है?

आज एक तकनीकी एवं कैरियर से सम्बंधित प्रश्न आप के समक्ष खुद उठता है कि अपने बच्चे को किस क्षेत्र की ओर बढ़ाऊँ। यह हर भारतीय का प्रश्न है खास कर उन का तो है ही जो गाँव से तालुक रखते हैं। क्योंकि आज बड़े बड़े प्रोफेशनल कोर्स भी बाजार में अपनी कोई औकात नही रख रहे हैं ऐंसे में आपका एक अभिभावक के रूप में परेशान होना लाजमी है। आप आपको मिलवाते हैं एक युवा यूट्यूब से जो हर किसी युवा के लिए बहुत बड़ी प्रेरणास्रोत बन चुका है नाम है सतीश कुशवाह। हिंदी मीडियम का यह युवा आज अपने शौक के कारण हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत बन गया। आप भी सतीश कुशवाह जी को पढ़ कर या उनके वीडियो को सुनकर खुद इस रास्ते को खंगालने लगोगे यह सत्य है। जहाँ एक ओर जॉब वाला क्षेत्र युवाओ को असुरक्षित दिख रहा है वहीं इस अद्भुत तकनीकी पर आधारित यह क्षेत्र एक रोमांच का क्षेत्र बन चुका है नाम, पैंसा, कैरियर, सब कुछ है जो सबसे ज्यादा रोमांचित करने वाली बात है वो है पहिचान वो भी विश्वस्तरीय। आपको तय करना है कि आप इस तकनीकी क्षेत्र में जाना चाहते हैं या पारंपरिक चली आ रही जॉब की दुनियाँ को गले लगाना चाहते हैं हाँ ये सच है जॉब हर कोई आसानी से कर सकता है मगर इस तकनीकी वाले क्षेत्र के लिए आपके अंदर एक जज्बा होना चाहिए। यदि आप खुद को खुद की कसौटी पर खरा उतारना चाहते हैं तो आपका इस अद्भुत प्रतिभाशाली क्षेत्र में हार्दिक स्वागत है। खुद सुनिये सतीश कुशवाहा जी को उनके यूट्यूब चैनल पर लगभग उनके चार यूट्यूब चैनल हैं। कई बड़े बड़े सफल ब्लॉगरों एवं यूटूबरों का सतीश कुशवाह जी  इंटरव्यू ले चुके हैं। अभी फिलहाल यूट्यूब की कमाई से सतीश जी ने भारतीय आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुम्बई में आना घर लिया है यह एक साधारण बात हो सकती है सामान्य लोगों के लिए लेकिन एक यूट्यूब और ब्लॉगर के क्षेत्र की ओर देखने वालों के लिए एक चमत्कार से कम नही है। आप स्वयं मिलिए निम्न वीडियो में सतीश कुशवाहा जी से।



New Update of SEO and Google algorithms

आज बात करते हैं गूगल अल्गोरिथम (Google Algorithm) में होने वाले पिछले महीने के बदलावों की। याद रहे यदि आप डिजिटल मार्केटिंग और एस. ई. ओ. (Digital marketing and Search engine optimization) के क्षेत्र में काम करते हैं तो आपको गूगल एवं डिजिटल मार्केटिंग की समय समय पर हो रही बदलाव वाली तकनीकियों को दिन-प्रतिदिन सीखते हुये आगे बढ़ना ही पड़ेगा अन्यथा आप इस क्षेत्र पर अपनी मजबूत पकड़ बनाने में सफल नही हो सकते हैं। आईये जानते हैं अमित तिवारी जी से गूगल अल्गोरिथम पर हुये टूल्स की विस्तृत जानकारी निम्न वीडियो के द्वारा। 


Monday, September 2, 2019

How to create youtube channel complete class

दुनियाँ बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है दुनियाँ के साथ कदम से कदम बढ़ाना है तो तकनीकी का सहारा लेना ही पड़ेगा। आईये जानते हैं यूट्यूब चैनल कैंसे बनाते हैं। साथ ही यूट्यूब चैनल से सम्बंधित सभी जानकारियाँ भी हम यहाँ सीख सकते हैं।





Google my business features

आज बात करते है लोकल एस ई ओ (SEO ) की। तकनीकी के क्षेत्र में लगातार परिवर्तन होते रहते हैं, Google My Business ( गूगल माय बिजनेस ) के बारे में लगभग सभी जानते हैं मगर गूगल का यह टूल लोकल सर्च में सबसे बड़ा मददगार होता है। आईये जानते हैं गूगल के सबसे महत्वपूर्ण लोकल सर्च ईंजन ऑप्टीमाइजेशन (Local search engine optimization) के बारे में। अधिक जानकारी के लिए आपको इस वीडियो का सहारा लेना पड़ेगा। ताकि आप अपने व्यवसाय एवं सर्विस में लोकल सर्च इंजन पर अपनी अच्छी पकड़ बना पायें। 



Sunday, September 1, 2019

Google Forms,

आज बात करते हैं Google Forms और उसके उपयोग से होने वाले फायदों की। आप जॉब करते हैं या व्यवसाय आपके लिए Google Forms ही महत्वपूर्ण है। Google Forms अधिक जानकारी के लिए चलते हैं अनुराग अग्रवाल जी की इस वीडियो की और जिससे हमें Google Forms की जानकारियां प्राप्त होंगी। 




Saturday, August 31, 2019

Youtube recording studio/ Software required for youtube setup

तकनीकी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है, ऑनलाईन कक्षाएँ या यूट्यूब पर पढ़ाने के लिए कौन कौन से सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है साथ ही अपने लैपटॉप स्क्रीन को कैंसे रिकॉर्ड करना है यह भी सीखना अति महत्वपूर्ण है। समय के साथ इस तरह की तकनीकियों का प्रभाव बढ़ता जा रहा है तो आइए सीखते हैं एक ओर नही तकनीकी। अधिक जानकारी के लिए निम्न वीडियो जरूर देखें। 

वीडियो मार्केटिंग कोर्स अब हिंदी में।


हिंदी की बढ़ती उपयोगिता को देख कर अब ब्लॉगर और डिजिटल मार्केटर हिंदी भाषा की ओर बढ़ी तेजी से बढ़ रहे हैं डिजिटल का यह प्लेटफ़ॉर्म अभी अपने शुरुआती दौर में है। आगे बढ़े और इस प्लेटफॉर्म पर अपनी पकड़ बनाने के लिए प्रयास करें। यदि आपकी शिक्षा हिंदी भाषा में हुई है तो घबराने की अब कोई बात नही है आप अपनी ही भाषा मे अब डिजिटल मार्केटिंग, ब्लॉगिंग एवं वीडियो मार्केटिंग सीख सकते हैं और डिजिटल के हर प्लेटफॉर्म पर अपनी उपस्थिति उतने ही गौरवपूर्ण रूप में रख सकते हैं जितने की अंग्रेजी भाषा के विद्यार्थी रखते हैं। अधिक जानकारी के लिए गौरव भारद्वाज जी के वीडियो का सपोर्ट ले सकते हैं। वीडियो मार्केटिंग का यह कोर्स मात्र 1499 रुपये में सीमित समय के लिए उपलब्ध है निम्न लिंक से आप इस कोर्स को खरीद सकते हैं।

हिंदी में वीफियो मार्केटिंग सीखने के लिए इस लिंक का उपयोग कर सकते हैं। 

गौरव भारद्वाज जी के अन्य वीडियो के लिए उनके निम्न चैनल पर विजिट कर सकते हैं।






Friday, August 30, 2019

Facebook Marketing in Hindi, हिंदी में फेडबुक मार्केटिंग सीखें

मार्केटिंग एक ऐंसा शब्द है जो अपने आप मे स्फूर्ति लिए हुये होता है। अर्थात मार्केटिंग शब्द कानों में पड़ते ही एक अगल सा उत्साह मस्तिष्क को प्रेशराइज्ड करने लगता है। हम आज बात करते हैं ऑनलाईन मार्केटिंग या डिजिटल मार्केटिंग के स्वरूप की। आज तकनिकियाँ इतनी आगे बढ़ गयी हैं कि व्यक्ति के चेहरे के भाव से सेलिंग कम्पनी अपने उपभोगताओं को पहिचान ने लगी हैं। खैर यह एक विशेष पद्धति है अभी अभी डेवेलॉप हुई है मगर सबसे ज्यादा प्रचलनमें आजकल जो तकनीकी है है वो है पिक्सल। गूगल के एडवर्ड्स को फेसबुक एड में बहुत पीछे छोड़ दिया है। कई प्रकार के एड आज फेसबुक पर देखे जा सकते हैं। कैंसे फेसबुक अन्य एड प्रणालियों से भिन्न है, एड के परिणामों में भी अभी तक सबसे अच्छे परिणाम देने वालों ने सबसे आगे है। दिन-प्रतिदिन कंपनियों में फेसबुक मैनेजर एवं एड एक्सपर्ट की विज्ञप्ति निकलती जा रही हैं इससे यूँ भी कह सकते हैं कि यह रोजगार एवं जॉब के लिए अति नवीन मार्ग है। इन पोस्टों के लिए वैंसे तो सामान्य 12वीं पास भी अपने आपको तैयार कर सकता है हाँ इस क्षेत्र में जॉब करने वाले को लगातार खुद को अपडेट करते रहना पड़ता है। अभी तक कि मार्केटिंग प्रणालियों की यदि विवेचना की जाय तो फेसबुक मार्केटिंग सबसे सरल पद्धति है। आईये जानते हैं यूट्यूब एक्सपर्ट, ब्लॉगर शुभम अग्रवाल जी से की फेसबुक मार्केटिंग कैंसे अन्य मार्केटिंग प्रणालियों से भिन्न है। 


Wednesday, August 28, 2019

अभ्यास अद्भुत कला है।

कहते हैं न अभ्यास एक अद्भुत कला है, बिना अभ्यास के पथ पर चल सकते हैं मगर दौड़ नही सकते हैं। आज हमारे सामने हजारों उदाहरण है जिन्होंने अभ्यास के बल पर खुद को साबित कर के दिखाया। अभ्यास जैंसे चिर परिचित शब्द को हिंदी की एक प्रसिद्ध शुक्ति भी बड़े सहज भाव से प्रमाणित करती है। महाकवि वृन्द जी ने कितनी सहजता से अपने इस छोटे से दोहे में अभ्यास शब्द को परिभाषित किया है

'करत-करत अभ्यास के, जड़मति होत सुजान।
रसरी आवत जात तें, सिल पर परत निसान।।'

 हम सभी ने लगभग यह दोहा जरूर पढ़ा होगा। यह दोहा भी अभ्यास की अद्भुत महिमा का गुणगान करता है।अभ्यास की सार्थकता को जानने के लिए आज सुनते हैं एक कुशल मार्केटर, मोटिवेटर, स्पीकर, आदरणीय सोनू शर्मा जी को। 


Saturday, August 24, 2019

हिंदी भाषा एवं ब्लॉगिंग (Hindi language and Blogging)

वर्तमान समय में यदि भाषाओं की बात की जाय तो विश्व के लगभग 70% लोग हिंदी की ओर रुख कर रहे हैं। इसलिए नही की यह भारत की भाषा है बल्कि इस लिए की वैज्ञानिक रूप से भी इस भाषा के शब्दों का प्रभाव अति महत्वपूर्ण है। शब्दों की ध्वनियों से अद्भुत ऊर्जा मिलती है। इस पर हजारों रिसर्च भी हो चुकी हैं, मगर आज का विषय भाषा की गुणवत्ता या ध्वनियों का महत्वपूर्ण प्रभाव नही है बल्कि कम्प्यूटर और
इंटरनेट पर बढ़ता भाषा का दबाव है। यहाँ तक की गूगल को भी समझ आ गया कि बिना हिंदी कंटेंट के उसका दायर सीमित है इसलिए गूगल लगातार हिंदी लेखकों, एवं ब्लॉगरों के लिए नई नई तकनिकियाँ एवं भाषाओं की लिपियों को डेवलॉप करने पर लगा हुआ है, गूगल इनपुट टूल्स, गूगल इंडिक की बोर्ड आदि सब इसी का नतीजा है। कम्प्यूटर पर अधिकांतः हिंदी टाइपिंग या लेखन से लोग इसलिए भी दूर भागते क्योंकि की बोर्ड बहुत कठिन था, आज हर कोई कम्प्यूटर पर आसानी से हिंदी लिख पा रहा है और गूगल हिंदी को पढ़ पा रहा है। अब बात करते हैं हिंदी से ब्लॉगिंग कैंसे की जाती है और इसका महत्व क्या है। हिंदी ब्लॉगिंग की इस कड़ी में जाने मानें ब्लॉगर सतीश कुशवाह जी हमें हिंदी ब्लॉगिंग का भविष्य बताने जा रहे हैं यदि आप भी ब्लॉगिंग की दुनियाँ में कदम रखने की सोच रहे हैं तो यह सतीश जी की यह वीडियो आपके लिए एक बरदान साबित होगी। अधिक जानकारी के लिए वीडियो पर आपका स्वागत है।







Friday, August 23, 2019

SEO Expert, what is the SEO,


एस ई ओ (SEO) क्या है? किस प्रकार सर्च ईंजन ऑप्टीमाइजेशन   काम करता है ? कैंसे अपने ब्लॉग (आर्टिकल)  को सर्च ईंजन ऑप्टीमाइजेशन ( serch engine optimization ) गूगल पर ऊपर लाया जा सकता है ? आदि के साथ साथ जानिए की इवेंट ब्लॉग से कैंसे और कितना धन अर्जित किया जाता है। आज जानते है एक इंटरव्यू द्वारा जिसे सतीश कुमार जी ले रहे है एस ई ओ एक्सपर्ट (SEO Expert ) सौरभ राणा जी का। राणा जी पूरी डिटेल्स में बतायेंग एस ई ओ और ब्लॉग आर्टिकल के बारे में। अधिक जानकारी के लिए वीडियो के इस लिंक का उयोग करें।


Thursday, August 22, 2019

Affiliate Marketing, Digital Marketing and Blogging

आधुनिक समय में डिजिटल का एफिलेट मार्केटिंग वाला पार्ट बहुत ही महत्वपूर्ण बन चुका है। जॉब एवं व्यवसाय से हट कर आजकल सबसे फ्रीलांसर की भूमिका में लोग अत्यधिक अग्रसर हो रहे हैं। आशा हैं। अधिक जानकारी के लिए डिजिटल मार्केटर, ब्लॉगर, एफिलेट मार्केटर श्री कुलवंत नागी जी के वीडियो देखें।




Monday, August 19, 2019

Reading skills development

साधारणतः हम लोग पुस्तक खोल कर जल्दी से पढ़ना शुरू कर देते हैं परन्तु क्या हमारे द्वारा पढ़ा हुआ अध्याय हमें याद रह पाता है। अधिकांश का उत्तर नही ही होता है आखिर ऐंसा क्यों होता है। क्योंकि हम अपने मस्तिष्क को पॉजिटिव कमांड ही नही देते। आज के समय मे बहुत सी तकनिकियाँ डेवलॉप हो चुकी हैं हमे सिर्फ और सिर्फ इस पद्धति को क्रियान्वित रखना है वो भी एक पैमाने पर। आईये जानते हैं इस वीडियो के द्वारा की पढ़े कैंसे, ताकि आपको पढ़ा हुआ एक एक शब्द याद रहे। 


Sunday, August 18, 2019

Improve Brain power memory

अपने शरीर को सुन्दर व आकर्षक बनाने या मेंटेन रख ने  के लिए हम तरह तरह के संसाधनों का उपयोग करते हैं, कहते हैं शरीर है तो सब कुछ है। ठीक उसी प्रकार समय की माँग के अनुसार ब्रेन जिम भी बड़ी तेजी से डेवेलॉप हो रहे हैं, अनेक प्रकार के प्रदूषणों एवं मानसिकता को प्रभावित करने वाले व्यवधानों से बचने के लिए ब्रेन जिम का आविष्कार हुआ है आईये जानते हैं इस वीडियो के द्वारा की ब्रेन जिन कैंसे हमारी एकाग्रता, याददास्त अच्छी हो सकती है। 


Saturday, August 10, 2019

सफलता के सूत्र


सफलता की प्राप्ति हेतु सुनिश्चित मापदंड नही होते, यदि होते तो कोई भी असफल नही होता। जब जब आपका निश्चय और संघर्ष साथ रहेगा तब तब आप सफलता की ओर अग्रसर होते रहेंगे। यही पहली और अंतिम सीढ़ी है जिसके लिए आपको निरंतर प्रयासरत रहना है। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'


Friday, August 9, 2019

बाँसुरी के स्वर कैंसे बजायें। How to play crometic notes on flute

बाँसुरी सुनते ही ह्रदय में कोमल मनोहर संगति की लहर हिचकोले खाने लगती है। कहते है बाद्य यंत्रों में बाँसुरी का महत्वपूर्ण स्थान है। संगीत कि पंगत सजी हो और बाँसुरी न हो तो पंगत का माहौल मधुरता को नही समेट पाता है। आईये जानते हैं। बाँसुरी के स्वरों के बारे में। 


Thursday, August 8, 2019

MS Publisher

एम एस पब्लिशर्स MS Publisher ) यह माइक्रोसॉफ्ट का एक ऐंसा प्लेटफॉर्म यूल्स है जिसको हम कोरल ड्रा की जगह बहुत सरलता के साथ उप्योग कर सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर हम ग्रीटिंग कार्ड, कलेंडर, विजिटिंग कार्ड, रेज्यूम, बैनर, पोस्ट कार्ड, ई बुक, बुक फॉर्मेट, सर्टिफिकेट आदि अनेक तरह के डिजाईन बना सकते हैं उसके लिए कोरल ड्रा सॉफ्टवेयर की जरूरत नही होती है। अधिक जानकारी के लिए निम्न वीडियो को देखें। आशा है आप इस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर पायेंगे। 


Wednesday, August 7, 2019

इंटरनेट, स्मार्टफोन एवं अन्य सोशियल साइटों से सावधानी जरूरी है।

मनुष्य जितना आधुनिक होता जा रहा है उतना ही खुद को बड़ी बड़ी मुसीबतों में डाल रहा है। मनुष्य की प्रकृति सदैव अनुकरणीय रही है, वह जीवन जीने के लिए अपने आसपास के माहौल का सहारा सदियों से लेता आ रहा है। आज बात करते हैं अपने जीवन मे सबसे ज्यादा उयोग होने वाले इंटरनेट, स्मार्ट फोन, सोशियल मीडिया एप्प आदि की। अधिकांशतः हम लोग देखा देखी में ही इंटरनेट, स्मार्टफोन या सोशियल मीडिया जैंसे फेसबुक, व्हाट्सएप, टिक टॉक, या अन्य एप्प उपयोग करना शुरू कर देते हैं लेकिन बिना जानकारी के हम लोग बहुत से मिस्टेक कर बैठते हैं आईये जानते हैं इस वीडियो में उन भूलों की जानकारियाँ जिनसे हमें हानि हो सकती है।


Monday, August 5, 2019

पेपर और पुस्तक से वर्ल्ड की फाईल बनाना (News paper or books article in MS Word using Google convert any image to word document.

आज आप यहां से जानेंगे कि किसी भी न्यूज पेपर और पुस्तक की चित्र फाईल को गूगल ड्राईव के माध्यम से कैंसे एम एस वर्ड में परिवर्तित करें। यह कहने और सुनने में बहुत कठिन लगता है मगर थोड़ी सी जानकारी के माध्यम से यह बहुत सरल रास्ता बन जाता है। अक्सर हम लोगों को इस तरह की परेशानियों का सामना समय समय पर करना होता है। खासकर विद्यार्थी जीवन और रोजमर्रा की अपनी वर्किंग जीवन मे। आईये इस वीडियो से सीखते हैं।


Sunday, July 28, 2019

उँगलियों का क्या इन्हें नचाते रहो।

यदि आप अंग्रेजी की रोटी खा कर हिंदी से प्यास बुझाने की सोच रहे हो तो यह एक सपना भर है। शुद्ध हिंदी वालों को आजकल गार्ड इंटरव्यू वो क्या कहते है साक्षात्कार वाली क्यू अरे क्षमा लाईन या पंक्ति ठीक रहेगी खड़े भी नही होने देते, गेट फिर गलती हो गयी चारदीवारी के मुख दरवाजे से अन्दर घुसने से पहले रजिस्ट्रर में इंट्री करनी होती है हाँ इस पर कोई संयास नही होगा इसके लिए पाँचवी पास भी यही शब्द यूज करता है, और हम तो भारतीय हैं साईन शब्द हस्ताक्षर को खा चुका आप गिनिए अपने आप को हिंदी की पंक्ति में भाई हम तो मिक्सी में पड़े मसालों की तरह बन गये न हिंदी के रहे न अंग्रेजी के हुये। इसके बावजूद लोग हमें पहाड़ी कहते हैं थोड़ा लय का लिहाज है गुरु, बस उसके अलावा हमारे पास कुछ नही है जमी गीली है आसमाँ टपक रहा है। आखिर कब तक पेड़ों की छाया में धूप से बचते रहेंगे। हमें तो बिना रोटी और चावल खाये नींद भी नही आती। तुम क्या जानो साँस कैंसे लेते हैं बाँसुरी की धुन भी साँस की पैरवी करती है। उँगलियों का क्या! इन्हें नचाते रहो। जय हो।

#बिखरेअक्षरोंकासंगठन

Friday, July 26, 2019

******* अक्षर *******

किस्मत तुम्हारी भी नही
किस्मत हमारी भी नही
कितना चाहो बिखर जाओ
पर रहोगे सदैव पंक्तियों में।

किस्मत तुम्हारी भी नही
किस्मत हमारी भी नही
पीढ़ियाँ कितनी बदल दो
पर रहोगे सदैव गिनतियों में। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'





Monday, July 8, 2019

अभिरुचि शिक्षा


दुनियाँ में हर इंशान के अंदर भिन्न भिन्न अभिरुचियों के सैलाव अंगड़ाई लेते रहते हैं यदि आप इनको पकड़ पाते हैं तो निश्चित ही आप रचनात्मक अभिरुचि के परम साधक बन सकते हैं। समय और उम्र के अनुरूप हर जीव की रुचि परिवर्तित होती रहती है इन सभी प्रकृति परिवर्तनों के बावजूद भी यदि अभिरुचि व्यक्ति को अपनी ओर खींचती हो तो निश्चित आपकी मंजिल उधर ही है। शिक्षा के साथ साथ रचनात्मकता का निखार होना भी अति आवश्यक है आज यदि टेक्नोलॉजी पर गहराई से नजर दौड़ाई जाय तो रचनात्मकता ज्यादा प्रभावी है यही उत्कृष्ट सफलता का मूल राज भी है। आज जानते हैं  नागार्जुन संदुपतला जी द्वारा बाँसुरी पर उँगलियों की चाल को कैंसे प्रभावी बनाया जाय। फेसबुक, व्हाट्सएप, यूट्यूब के साथ साथ जितने भी सोशियल मीडिया है यदि हम उनका उचित उपयोग कर पायें तो आजीविका का भी एक साधन हमारे पास उपलब्ध हो सकता है।  
#बाँसुरी
#शिक्षा
#स्कूल
#गुरुकुल
#अभिरुचि










Tuesday, July 2, 2019

बीमार सा कुछ तन लगता है,
बीरान सा कुछ मन लगता है।
खिला रही है जिंदगी फिर से,
क्यों ऐंसा ये स्वपन लगता है।

ये मौसम भी बदलता है ऐंसे,
मेघों को छोड सूरज पकड़ता है।
चिपकता है कीचड़ सा पाँव में,
मिट्टी को छोड रफ्तार जकड़ता है। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'


Monday, July 1, 2019

तुम आते हो यादों में क्यों
ऐंसा कौन सा काम किया,
बातें की थी बातों का क्या
क्यों सपनों को थाम लिया।

पग पग पर बैठे हैं सब वो
मान लूँ कैंसे तुम ही रब हो।
शक्ल सूरत के भंडार नही हैं
जलते क्यों हो अँगार नही हैं।

तुम आते हो यादों में क्यों
ऐंसा कौन सा काम किया,
बातें की थी बातों का क्या
क्यों सपनों को थाम लिया।

बहते जल सा है निर्मल मन
गीली मिट्टी है चर्चित ये तन।
कभी धुलता है कभी घुलता है
रहो किनारे यूँ करो जतन।

धूप छाव को लेकर चलते
तन-मन को लेप न करते।
नजरों के इन पहरों पर तो
कैंसे हम यूँ खेद न करते।

तुम आते हो यादों में क्यों
ऐंसा कौन सा काम किया,
बातें की थी बातों का क्या
क्यों सपनों को थाम लिया। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'






Sunday, June 30, 2019

'जान न अनजान रहने दे'

तू न जान मुझे अनजान रहने दे,
शब्द न छुपा यूँ तू मुझे कहने दे।
मैं जलता रहा खुद में खुदी के लिए
ये बारिश है तो क्या इसको भी सहने दे।। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

#जान_अनजान

Thursday, June 20, 2019

मुठ्ठी भर यादें

तेज कदमों की रफ्तार
समय के साथ दौड़ती
जिंदगी क्या खोज रही
मुट्ठी भर यादें लिए।

सुख भी दुःख भी
पल-पल बदल रहा
फिर भी मुसाफिर सी
भटकती जिंदगी
मुट्ठी भर यादें लिए। @- राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Wednesday, June 19, 2019

छू लेता हूँ

छू लेता हूँ कभी कभी
इन शब्दों के बंधन को
समेट ने की कोशिश भर है
बस मन-मंथन के क्रंदन को।

छू लेता हूँ!

कहानियाँ समेटना
बस की न मेरी बात है
औकात है हर शब्द की
हमारी क्या बिसात है।  @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'





Saturday, June 15, 2019

संदीप रावत जी गढ़वाली कवि Sandeep Rawat ji Garhwali kavi

कलम के सिपाई एवं मधुर स्वर से शब्दों के साधक आदरणीय श्री संदीप रावत जी से उनके आवास श्रीनगर ( डांग ) में एक अविस्मरणीय मुलाकात हुई। आदरणीय संदीप जी हमारी युवा पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक के रूप में भी काम कर रहे हैं। उनका मधुर कंठ और पाहाडी क्षेत्रों की विलुप्त होते हुये शब्दों को मंच तक पहुंचा रहे हैं उनकी गायन शैली का मैं कायल हूँ। उन्होंने मुझे अपनी पुस्तक उदरोल भेंट स्वरूप प्रदान की। मेरा सौभाग्य है कि ऐंसे मनीषियों से मुझे मिलने का सौभाग्य मिलता है। बाकी पुस्तक पढ़ कर उनकी रचनाओं को आप सभी मित्रों तक पहुँचता रहूँगा। आदरणीय संदीप रावत जी के ब्लॉग का अवलोकन आप इस लिंक पर कर सकते हैं।





Friday, June 14, 2019

दादी जी की यादें


हमारे बचपन की यादें आज भी इस बीरान धरोहर में संभाल के रखी हुई हैं। हमारे पाहाडी गाँवों में कुछ प्राकृतिक कारणों की वजह से ( इससे संस्कृति या वैज्ञानिक पहलू का आधार भी माना जाता है) करीब करीब सभी लोग कफड़ ( कफड़ एक ऐंसा नाम जिसका उपयोग दो तीन महीने के लिए गाँव से हट कर दूसरे आवास बनाये जाते थे उन्हें कहा जाता था) चले जाते थे। हमने भी इस परम्परा का भरपूर आनंद लिया और इस जीवन को बड़े ही सहजता के साथ जीया। अपने बी. ए. तक के जीवन काल में मैं यहाँ पर रहा। सौभाग्य की बात मेरे लिए ये है कि मेरे बेटे का पहला जन्मदिन भी 2004 अगस्त में यहीं पर मनाया गया। इस समय के बाद लगभग यह खंडहर होकर भी अति उत्साह के साथ हमारी प्रतीक्षा में दिन-रात यूँ ही टकटकी लागाये आपनो को देखने के लिए लालाहित रहता है। आज जब हमारे परिवार की नव बधुएँ एवं बच्चे हम सभी जो अपने रोजगार एवं बच्चों की शिक्षा के कारण इस धरोहर को संभाल नही पाये। मेरा बचपन यहां की कही रौचक कहानियों से भरा पड़ा है। लगभग डेढ़ दो किलोमीटर दूर से हम लोग अपने एवं अपने पशुओं के लिए पानी लेकर आते थे। तब यहाँ पर बरसाती पानी को संगठित कर के उसे भी बड़े चाव के साथ उपयोग किया जाता था। पुरानी पीढ़ियाँ अक्सर इस जल को शुद्ध प्रकृतिक रूप से फिल्टर जल कहती थी और यह जल आयुर्वेद की बहुत सी दवाईयों में भी उपयोग किया जाता है वो लोग इस पर अधिक कह सकते हैं जो मेरी मित्रता सूचि में वैद्य के रूप में आज भी इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं। हमारा यह घर हमारे गाँव के कुलदेवता श्री नगेला एवं हीत देवता के मूल लिंग स्थानों के पास है इससे हमें बचपन में यहाँ पर अकेला परिवार होने के कारण भूत पिचाशों का डर भी नही सताता था। यदि आप पाहाडी गाँवों से हैं तो आप भूत-पिचासों, जैंसे, भैरू, एढ़ी, रैम्म, आछरी, तरह तरह के छलों के बारे में भली भांति अवगत होंगे। एक याद आज भी ताजी है मैं बीमार हुआ था, दादी तब अकेली हमारी देख रेख के लिए घर पर थी उम्र का ध्यान नही है मगर यह दृश्य आज भी बार बार मुझे याद दिलाता है। जब मैं बीमार हुआ, सायद को भूत का छल लगा था दादी ने उडद की साबुत डाल और कुछ चावल निकाल कर मेरे ऊपर घूमा दिये और फिर एक जोरदार चांटा मेरे गाल पर जड़ा। मैं ठीक हो गया लेकिन उसी पश्चात दादी जी बीमार हो चली सायद दादी अपनी उम्र के अंतिम पड़ाव पर थी, मगर कई देवता आये दादी ठीक नही हो पायी, एक रात हमारे घर के नीचे कुछ आवाजें आई ममी को सुनाई दी, जैंसे कोई लठ के सहारे बुजुर्ग लोग अक्सर गाँव मे चलते हैं। देव स्थान के पास घर होने से अक्सर हम लोग इन सभी बाधाओं से डरते नही थे। सुबह 8 बजे का समय होगा हमारे घर के सामने कफना गाँव बहुत अच्छे से नजर आता था वहाँ की आवाजें भी सुनाई देती थी, इसका फायदा तब दिखता था जब गाँव में कोई चोर आता था उसे भगाने के लिए अक्सर एक दूसरे गाँव से लोग जोर जोर से आवाजें (हल्ला ) निकालते थे। हाँ बात दादी की हो रही थी, अक्सर गाँवों में कहा या सुना जाता है जब भी किसी की मृत्यु होती है उसे लेने के कोई आता है ठीक यही हुआ सुबह की पीली धूप कफना गांव की पहाड़ियों से नीचे उतार रही थी और माँ दादी को इस दुःख से निकलने के लिए दिलासा दे रही थी अचानक दादी जी ने धूप देखने की लालसा उजागर की, ममी में दादी को सिराहने से गोद में लिया और खिड़की से कफना की पहाड़ियों से उतरती हुई धूप दिखाने का प्रयत्न किया, दादी जी ने धूप देख कर कहा आज बहुत अच्छी एकदम सुनहरी धूप है इसके तत्पश्चात दादी ने ममी से कहा कि ये दो लोग हमारे घर क्यो आ रहे है ममी ने कहा कोई नही है आप कोई चिंता मत करो इस पल दादी जी ने मम्मी की गोदी पर अपने प्राण त्याग दिये। मम्मी को भी पता नही चला जब कुछ देर बाद कोई गाँव, अक्सर लोग गाँव से कफड़ जाते समय हमारे इस घर के रास्ते ही आते थे चढ़ाई होने के कारण प्यास लग जाती थी। दादी जी नही रही। लेकिन जब आज भी मैं यहाँ पर आता हूँ दादी जी को अपनी स्मृतियों में यहीं पर पाता हूँ।
आज भी दादी जी का आशीर्वाद पितृ स्वरूप हमारे साथ हर पल रहता है।
#बचपनकीयादें #पितृदेवता #मरुडा, #सिरसेडगाँव
#कफड़ #दादीजी #मेराबचपन 








Thursday, May 30, 2019

परिवर्तन

जमीं बंजर नही रखनी, कुछ तो होने दो,
सब कुछ जिनका लूटा, उन्हें बस सोने दो! @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी


Friday, May 24, 2019

गढ़वाली फिल्म कमली एवं उत्तराखंडी बोली भाषा के

लगभग सभी बच्चों की गर्मियों की छुट्टी पड़ीन् आप सभी सी विनती च आप अपरा बच्चों तैं यूँ गर्मियों की छुट्टियों मा अपनी भाषा बोली कि फिल्म और रीत रिवाजु सी परिचय करावा ताकि अपरी संस्कृति बचीं रैली।

हिमालय फिल्म की प्रस्तुति जोशी जी द्वारा डायरेक्टेट, राकेश गौड़ जी एवं साथी कलाकारू विशेषकर बाल कलाकारु कु अद्भुत अभिनय।

उत्तराखंडी शिक्षाप्रद गढ़वाली फिल्म कमली को देखने के लिए यहाँ पर क्लिक करें

Wednesday, May 22, 2019

वक्त

तेरा मेरा कब किसका,
देखो कैंसा निकलता है!
पल पल में ये जीवन,
ये तो वक्त बदलता है!

कुछ तुम्हारी रखता है
कुछ हमारी रखता है
हम तुम क्या बोलें इस पर
ये तो वक्त बदलता है!

नजरों ने जो कैद किया,
कब याद कोई रखता है!
तुम हैरान हुये क्यों इस पर,
ये तो वक्त बदलता है। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'








Sunday, May 19, 2019

घड्याळी

प्रबुद्ध बणा तै अपरी खुट्टी
अग्वाडी खिसकौंण पड़ दी।
लुकारी आंख्यों मा नाचणा तै,
खुद घड्याळी लगौंण पड़ दी! @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

#घड्याळी

Friday, May 17, 2019

बचपन याद आ जायेगा

यदि आपको आपके बचपन का आभास हो जाय तो कैंसा रहेगा। ह्रदय अत्यंत आंनदित हो जायेगा। आईये एक बार अपने बचपन मे लौट चलते हैं। 







मशरूम च्युं

मशरूम ( च्युं ) मशरूम प्राकृतिक रूप से उत्पन्न एक उपज है। पाहाडी क्षेत्रों में उगने वाले मशरूम।