Sunday, September 22, 2019

सफलता के लिए लगातार सीखना जरूरी है।

सफलता एक दिन में नही मिलती, लेकिन इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है सफलता बिना सीखे, भी नही मिलती। इस कड़ी में देहरादून के राहुल भटनागर जी  को सुनते हैं उनकी जिंदगी के पहलू से हो सकते हम खुद को रिलेट कर पायें। एक असफलता से सीखना बहुत सरल एवं महत्वपूर्ण है। क्योंकि समाज कि हर नजर असफलता को खरोंचती रहती है। हम सभी इसके अनेकों बार शिकार हुये हैं। परन्तु यह सत्य है जो इन बातों से घबरा कर बैठ गया वो कभी सफलता की सीढ़ियां नही चढ़ सकता।


3 comments:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (24-09-2019) को     "बदल गया है काल"  (चर्चा अंक- 3468)   पर भी होगी।--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी' said...

हार्दिक धन्यवाद सर चर्चा मंच पर मेरे आर्टिकल को स्थान देने के लिए, यह मेरे लिए एक सौभाग्य है।

Journey of Life said...

सराहनीय पोस्ट सर हार्दिक धन्यवाद

मशरूम च्युं

मशरूम ( च्युं ) मशरूम प्राकृतिक रूप से उत्पन्न एक उपज है। पाहाडी क्षेत्रों में उगने वाले मशरूम।