Sunday, October 28, 2018

स्वरोजगार विना इन्वेस्टमेंट के कैंसे शुरू करें।

आज के समय में शिक्षा के आधुनिकीकरण और तकनीकी विस्तार से कारण अधिकांशतः युवा स्वविलम्बन की ओर मुखातिर हो रहे हैं। मगर सबसे बड़ी समस्या आती है ट्रैनिंग और वित्त की। दूसरा अपने पसंद और बाजार के उन स्वरूपों की जो समय या स्वरूप के अनुसार भी कुछ आगे तक ले जाने की क्षमता रखते हों।  ऐंसे कुछ चुनिंदा या यूँ कहें कुछ सदाबहार उद्यम हैं जिन से अपना कैरियर आगे बढ़ाया जा सकता है। यहाँ पर अनुभव की ज्यादा जरूरत नही पड़ती है और न ही आपको पूँजी लगाने की जरूरत महसूस होती है।
जैंसे इन्सुरेंस, प्रॉपर्टीज कन्सर्टटेंट, कन्टेंट राईटिंग, डिजाईनिंग, कैरियर काउंसलर, फाइनेंशियल एडवाईजर, गवर्मेंट स्किम इंफोर्मर्स, गवर्मेंट टेंडरिंग और डॉक्यूमेंटेशन, मार्केटिंग कन्सर्टटेंट, फोटो ग्राफी, ग्राफिक डिजाईनिंग, बुक राईटिंग, वेब पेज एडिटिंग, टूर कन्सर्टटेंट, ऑनलाइन सेलिंग, फेसबुक पेज मैनेजिंग, ट्यूशन सेंटर, टी काउंटर और फूड काउंटर आदि इस तरह बहुत से कार्य हैं जिन्हें हम सीधे तौर पर बिना पूँजी या थोड़ा बहुत पूँजी के साथ  घर से ही शुरू कर सकते हैं।





पपीते के फायदे

सस्ता और हर सीजन में मिलने वाला फल पपीता सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसे खाने से पेट संबंधी तकलीफें दूर होती हैं, वहीं बालों और स्किन को भी खूबसूरत बनाता है। इसके और भी कई लाभ हैं।

जिन लोगों को किडनी की तकलीफ होती है, उन्हें रोज पपीता खाना फायदेमंद माना जाता है।
दांत संबंधी तकलीफें भी पपीता खाने से दूर होती हैं। दांत हिलने, दांतों से खून आने और ऎसी परेशानियों में राहत मिलती है।
पपीता खाने से आंखों की रोशनी भी अच्छी बनी रहती है।
अगर पेट में कीड़े हों, तो कच्चे पपीते का जूस फायदा करता है। इसे दिन में दो बार पीने से कीड़े खत्म होने लगेंगे।
खाली पेट पपीता खाने से बवासीर की शिकायत दूर होती है।
सेंधा नमक, जीरा पाउडर और नीबू के साथ खाने पर कब्ज दूर होती है।
महिलाओं के लिए पपीते का रस बहुत लाभकारी होता है, लेकिन गर्भावस्था के दौरान पपीता बहुत हानिकारक होता है, क्योंकि इसकी तासीर बहुत गर्म होती है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छी नहीं होती।

पपीते की पत्तियां भी रामबाण की तरह काम करता है, यह कैंसर को दूर करने में बहुत सहायक होती हैं।
पपीता वजन कम करने में भी काम आता है।
पपीते को मैश करके फेस पर लगाने से स्किन ग्लोइंग और मुलायम हो जाती है और रिंकल्स भी खत्म हो जाते हैं। इससे त्वचा जवां लगने लगती है।


मशरूम च्युं

मशरूम ( च्युं ) मशरूम प्राकृतिक रूप से उत्पन्न एक उपज है। पाहाडी क्षेत्रों में उगने वाले मशरूम।