Sunday, November 3, 2019

हनारा गाँव सिरसेड़ Hamara Gaon Sirsed

आपना घर गाँव भला किसे अच्छा नही लगता मगर हमारे गाँव की बात की कुछ अलग है, कई सारी जाती के लोग हमारे गाँव मे रहते हैं, आज गाँव मे छोटे-बड़े का भेद भाव नही है। जैंसा देखने की दृष्टि से लग रहा है वैसा ही यह सम्पन्न भी है। गाँव में कठैत, भंडारी, कुँवर, नेगी, रावत, बनमाळ इस तरह की जन जातियाँ निवास करती हैं। शिक्षा की दृष्टि से यह पूर्णतया साक्षर है।  यदि देखा जाय तो 10 से 55 की उम्र तक कोई भी आज अशिक्षित नही है। गाँव में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अध्यापक, युवा जुझारू एवं संघर्षशील अध्यापकों के कारण क्षेत्र में शिक्षा का स्तर काफी अच्छा है। गाँव के लोग पूर्व समय से ही सेना, पुलिस, होटल, एवं अन्य सरकारी सेवाओं में अपनी सेवा देते रहे हैं उन्हीं के अनुसरण के कारण आज भी काफी संख्या में युवा सेना, पुलिस, अध्यापन के साथ साथ अन्य सरकारी सेवाओं एवं स्वरोजगार की ओर भी बढ़ रहे हैं। हमारे गाँव का नाम सिरसेड़ (कडकोट पट्टी ) कीर्तिनगर, देवप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड।  पूरा गांव देखने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें।  हमें आशा ही नही बल्कि पूरी उम्मीद है आप गाँव के प्रकृति नाजारों का आनन्द लेंगे। भविष्य में गाँव के इतिहास को जानने के लिए गाँव का रुख करेंगे। हमारे गाँव मे आप सभी स्नेहीजनों का हार्दिक स्वागत है।




1 comment:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (05-11-2019) को   "रंज-ओ-ग़म अपना सुनाओगे कहाँ तक"  (चर्चा अंक- 3510)  पर भी होगी। 
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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दीपावली के पंच पर्वों की शृंखला में गोवर्धनपूजा की
हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई।  
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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