Friday, January 31, 2020

मल्टी सोशियल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक साथ कैंसे लाईव आ सकते हैं।

टेक्नोलॉजी दिन-प्रतिदिन बढ़ती अत्यधिक सरल होती रहती है। जिसके साथ साथ हमें भी खुद को अपडेट रखने के लिए टेक्नोलॉजीयों का साहारा लेना पड़ता है। यदि हम समय पर टेक्नोलॉजी को नही पकड़ पाते हैं तो दुनियाँ के साथ आगे नही बढ़ पाते हैं। खुद को अपडेट रखने के लिए समय और टेक्नोलॉजी का उपयोग जरूरी होता जा रहा है। यदि आप यूटूबर है, शिक्षक हैं, ब्लॉगर हैं, मोटवेशनल स्पीकर है, या किसी इनफॉरमेश3नल विषय पर लाईव सेमिनार करते हैं तो यह टेक्नोलॉजी आप के लिए महत्वपूर्ण है।
साथ ही इस विषय पर आपको अधिक जानकारी चाहिए तो आप कुलवंत नागी जी के फेसबुक पेज एवं कुलवंत नागी जी के प्रोफाईल का अवलोकन कर सकते हैं। कुलवंत नागी जी ब्लॉगर, यूटूबर, के साथ साथ के अत्यधिक कुशल डिजिटल मार्केटर भी हैं। एफिलेट मार्केटिंग कुलवंत नागी जी का मुख्य विषय है। उनके फेसबुक पेज की जानकारी के यहाँ क्लिक करें।

Friday, January 17, 2020

उठा जागा रे उत्तराखंडियों

उठा जागा रे उत्तराखंडियों
बहम इथगा पाळा न रे
मशेटु समाज कु बण्यूं
आँखी आपणी खोला रे!

बंगोर सी भुजेणा छा
डौळ सी फूकेणा छा
खौळा न इथगा तुम
तैका का तेल जना।

उठा जागा रे उत्तराखंडियों
बहम इथगा पाळा न रे
मशेटु समाज कु बण्यूं
आँखी आपणी खोला रे!

बाँझी पुंगड़ियों मा
खौड सी जमयां छां
देखा समाज तैं अपणा
मटर सी क्यांकु छिलेणा छा रे!

उठा जागा रे उत्तराखंडियों
बहम इथगा पाळा न रे
मशेटु समाज कु बण्यूं
आँखी आपणी खोला रे! @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Friday, January 3, 2020

इरादा क्या है

उजाला लिए चले तुम उजाले को ढूंढने
तुम्हारी आँखों मे कुछ रोशनियाँ अलग हैं,
क्यों जला दी ये मसालें सफर में इसकदर
तुम्हारी ये परेशानियाँ हम से कुछ अलग हैं।

रोते भी खुद और हँसते भी खुद हो हर बार
इस कदर की ये बेचैनी भी तुम्हारी अलग है।
खुद ही जलाते हो खुद को खुद के लिए यूँ
तुम्हारी ये परेशानियाँ हम से कुछ अलग हैं।

दो कदम बढ़ कर यूँ लौट रहे हो हर बार
सब कुछ धूल में उड़ रहा क्या है सरकार।
कितनी दबी हैं बेचैनियाँ सीने में तुम्हारे
तुम्हारी ये परेशानियाँ हम से कुछ अलग हैं। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'



मशरूम च्युं

मशरूम ( च्युं ) मशरूम प्राकृतिक रूप से उत्पन्न एक उपज है। पाहाडी क्षेत्रों में उगने वाले मशरूम।