उत्तरांखण्ड में कोई भी त्यौहार हो या शादी समारोह हलवा वहाँ का प्रमुख है या यूँ कह सकते हैं ये शुभ कार्यों के लिए एक प्रसाद है। आजकल उत्तरांखण्ड में लोग धान की रोपायियों में व्यस्त हैं। खेतों में काम करने वालों के लिए रोटी सब्जी के साथ हलवा जरूर बनता हैं पहले ये पारम्परिक तौर पर गेंहू के आटे का बनता था मगर समय के चक्र ने उससे भी लील लिया है।
ब्लॉग में आपको अनेक विषय वस्तुओं पर जानकारियाँ मिलेंगी जैंसे Education, Technology, Business, Blogging आदि।
Wednesday, July 1, 2020
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मालू के पत्तलों एवं डोने (Maalu Done Pattal)
यदि आप गूगल, फेसबुक या सोशियल मीडिया के अन्य प्लेटफॉमों का उचित उपयोग करते हैं तो क्या नही मिल सकता है। बस मन में सदैव कुछ नया सीखने की चाह ...
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तेज कदमों की रफ्तार समय के साथ दौड़ती जिंदगी क्या खोज रही मुट्ठी भर यादें लिए। सुख भी दुःख भी पल-पल बदल रहा फिर भी मुसाफिर सी भटकती जि...
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समय का बदलाव कहें या टेक्नोलॉजी का विस्तार हर ओर डिजिटल ही डिजिटल नजर आ रहा है, चाहे कोई उत्पाद हो या कोई सर्विस। मार्केटिंग से लेकर, पढ़ा...
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सफलता एक दिन में नही मिलती, लेकिन इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है सफलता बिना सीखे, भी नही मिलती। इस कड़ी में देहरादून के राहुल भटनागर जी को सुनत...