बाँसुरी सुनते ही ह्रदय में कोमल मनोहर संगति की लहर हिचकोले खाने लगती है। कहते है बाद्य यंत्रों में बाँसुरी का महत्वपूर्ण स्थान है। संगीत कि पंगत सजी हो और बाँसुरी न हो तो पंगत का माहौल मधुरता को नही समेट पाता है। आईये जानते हैं। बाँसुरी के स्वरों के बारे में।
ब्लॉग में आपको अनेक विषय वस्तुओं पर जानकारियाँ मिलेंगी जैंसे Education, Technology, Business, Blogging आदि।
Showing posts with label instruments. Show all posts
Showing posts with label instruments. Show all posts
Subscribe to:
Posts (Atom)
सी यू ई टी (CUET) और बोर्ड परीक्षा का बोझ कब निकलेगा।
मेरा देश कहाँ जा रहा है। आँखें खोल के देखो। सी यू ई टी ( CUET) के रूप में सरकार का यह बहुत बड़ा नकारा कदम साबित होने वाला है। इस निर्णय के र...
-
दूसरों की खुशियों पे दुःख जताने वालों, आसमां की तरह छत चाहाने वालों, क्यों तिनके तिनके पे, इस कदर जलते हो, जब जलना ही है त...
-
जन जन से मिल कर शहर से निकल कर आती है सहमी सी आवाज की तुम मुझे बचालो! मुझे बचालो ! मुझे बचालो ! हर एक पहाड़ से टकराकर ...
-
किस्मत तुम्हारी भी नही किस्मत हमारी भी नही कितना चाहो बिखर जाओ पर रहोगे सदैव पंक्तियों में। किस्मत तुम्हारी भी नही किस्मत हमारी भी नह...