Saturday, August 4, 2018

चुनाव का मरघट ये अब,
फिर यूँ चरमराने लगा है।
फिर कत्ल होंगे हम तुम,
इन कातिलों का क्या है?
जख्म ही कुदेरे जाएँगे,
हर चेहरे के इस कदर।
नोच रहे हों फसलों को जैंसे,
जंगल से छूटे भूखे बन्दर।
कोहराम होगा महाभारत सा,
घर घर इस कदर जलाये जायेंगे।
राख-राख होगी ये इंसानियत,
फिर जुमले ही बरसाये जायेंगे। - @ राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

#चुनाव

Friday, August 3, 2018

बाँट दो ये जमीं
लहराती हवा
बहता हर पानी
बाँट दो, देश की बढ़ती हुई जवानी!
आँगन की चौखट
संसद की कुर्सी
कोर्ट कचहरी सब बाँट दो!
स्कूलों की शिक्षा
मंदिरों के मंत्र
अखबारों के पन्ने
गुरुद्वारे, मस्जिद चर्च शिवालय
बाँट दो, धर्मों की हर निशानी
बाँट दो देश के
हर अल्फाज को
सुख-सुविधा के
पनपते राज को
बाँट दो महकते रंग फिजा की परेशानी
पशुओं के पग चिन्ह
चिड़ियाओं के हर बिंब
धन दौलत के निशान
जलती चिताएं
सजते शमशान
बाँट दो ! बाँट दो ! बाँट दो - @ राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'












Sunday, July 29, 2018

ब्लोगिंग से हमें बहुत से लेखकों , साहित्यकारों , पत्रकारों , संपादकों , पत्रिकाओं शिल्पकारों कलाकारों आदि के बारे में जानने के लिए मदद मिलती है 

यदि आप भी इन महँ व्यक्तित्वों के बारे में जानना चाहते हैं तो कृप[या निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए :-





शिक्षा, जॉब, व्यवसाय की आशाएँ हमारे मन मस्तिष्क पर बरसाती नदियों की तरह अपने तटबंध तोड़ देती हैं। हम न चाहते हुये भी बहाव के उस मलवे की भांति बिखर जाते हैं। ज्यादातर ऐंसा ही होता है। जब तक हम लक्ष्य निर्धारित नही करेंगे और देखा देखी के रास्तों पर दौड़ना नही छोड़ेंगे तब तक आशाओं के बिंदुओं पर निराशाओं के घाव ही उभरते रहेंगे। आज यदि संसाधनों का उचित उपयोग किया जाय तो जॉब या व्यवसाय करना सबसे सरल है बस कमी है तो खुद को सुनियोजित ढंग से आगे न बढ़ा पाने की। जल्दी आप सभी मित्रों के लिए अपने ब्लॉग पर लेकर आ रहा हूँ जॉब और व्यवसाय की कुछ जानकारियाँ। आज कल बहुत से मित्रों के साथ साथ कई उन युवाओं के फोन आते हैं जो स्कूलिंग या प्रोफेशनल कोर्स कर के उस हकीकत वाली जमीं पर पाँव रखते हैं जहाँ से जीवन की अबोध लड़ाई शुरू होती है। सबसे पहले लोग जॉब तलाशते हैं ऐंसा क्यों ? ऐंसा होना भी स्वभाविक है क्योंकि 99%लोग अपने बच्चों को जॉब के लिए ही स्कूल, कालेज या प्रोफेशनल इंस्टीट्यूटों में भेजते हैं। सायद यह एक परंपरा है, हमें इससे कैंसे निकलना है यह भी मैं अपने ब्लॉग में बताने की कोशिश करूँगा, लेकिन इन सभी के पीछे हमारी एक मानसिकता है हम लोग कभी भी परंपरा से हट के खड़े होने से डरते हैं। डर कई तरह के होते हैं समाज का डर, परिवार का डर, खुद के असफल या पीछे रह जाने का डर, इन सभी डरों में मन की स्थिति को न पहिचान पाने का डर सबसे अधिक प्रभावशाली होता है। इस डर के कई कारण होते हैं इसका भी उल्लेख किया जायेगा। हो सकता है मेरे शब्द आपको आगे ले जाने में असमर्थ हो परन्तु मेरी शत-प्रतिशत कोशिश रहेगी शब्दों को मनन करने के बाद बार बार आपका मन और मस्तिष्क आपकी आशाओं को जागृत करता रहेगा और आपको अपनी आशा अनुरूप जॉब या व्यवसाय की ओर बढ़ने की शक्ति मिल पायेगी। हाँ इसके लिए आपको ब्लॉग पर निरंतर बना रहना होगा।

Friday, July 27, 2018

अखबारों की ये हालत है
हर पेज पर छीना झपटी
कहीं पर धरती की बेचैनी
कहीं पर साँसें हैं अटकी

कहीं मधुप से मंडराते हैं
कहीं पर आग लगाते हैं
गरजना सीखो ये मेघों इनसे
ये अखबार पानी बरसाते हैं।

शाम सुबह और दिन उलझे
सूरज चाँद सितारे झुलसे
इनसे आग निकल रही है।
बच रे मानव इनके कुल से।

इसका विस्तार हुआ जब से
मानव लाचार हुआ तब से
कलम सिसकती हैं देख नजारा
मदमस्त है ये अखबार आवारा।  @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'


Wednesday, July 25, 2018

जूड़ी दाथुडी हँसुली नाथुली
कन ऊ हमारा गैहणा छा
कथगा चुनाव देखिन हमन्
फिर भी हम सब भै-बैणा छा।

पर व्है क्याच यूँ द्वी सालू मा
आपस मा ही कटेंण् लग्याँ छा
बौक्णा छा झंडा लुकारु आफूतै
भाजपा काँग्रेस बतौण् लग्याँ छा।

गाळ-घातन् नि बौल्येंदा छा इथ्गा
जथ्गा अज्क्याल् बौल्येंदा छा
अंगोठू लगैकी इथ्गा तचिग्याँ
तैका तेल सी खौलेणा छा। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'






काँटों से कभी फूलों को दर्द नही होता,
रास्ता कभी कदमों से स्वर्ग नही होता,
हर हाल में चढ़नी पड़ती हैं सीढ़ियाँ,
अपनों का साथ हो या न हो मंजिल मे कभी फर्क नही होता। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Tuesday, July 24, 2018

ट्रेनर्स एक एक सदाबहार कैरियर है, किसी भी विषय या टेक्नोलोजी को पढ़ना अपने आप ने एक अद्भुत कला है नये युवाओं के लिए सबसे बेहतरीन कैरियर सावित हो सकता हैl एम. आई. एस. (MIS) का किसी भी बड़ी कंपनी में बेहतरीन स्कोप हैl नॉएडा में एम आई एस ट्रेनिंग सेण्टर एक्सल प्रिन्स के नाम से बहुत विख्यात हैl
Prince Sethi
Excel Prince,
L 98, Sector 11, Near Metro Multi Specialty Hospital,
Noida- 201301 (U.P.) India
+91- 9953872217, 9810378217
फिर उठी वही नजर तुम्हारी
जिस नजर से तुमने छोड़ा था,
घर-गाँव, खेत-खलिहान,
अपने स्वार्थ के लिए!

आज फिर वही स्वार्थ
जागा है सायद तुम्हारा
क्योंकि तुम पक चुके हो
समय की आग में और
बन चुके हो फिर इंसान!

खोज रहे हो अपने धरातल को
स्वच्छ हवा पानी के घर को
कौन समझाए तुम्हें अब कैंसे
संभालोंगे इस भू तल के सौन्दर्य को।

तुम फिर चक्रव्यूह में उतर रहे हो
अर्जुन नही अभिमन्यु बन रहे हो
कर्त्तव्य नही कौशल जरूरी होता है
जीवन का क्या ये पल-पल में रोता है।

थक चुके हो सोच लो फिर, वक्त है
वक्त की दौड़ में वक्त ही कुचलेगा
स्वार्थ पीड़ा ने ठगा है फिर तुम्हें,
प्रकृति, पर्यावरण और पलायन को बदनाम मत कीजियेगा। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी
पतंगों को मारने की
साजिश रच रहे हैं,
रोशनी बढ़ाने की
ख्वाईश रख रहे हैं,
है माहौल बदलने का
तरीका ये कैंसा!
किसी के मातम में
आनंद रच रहे हैं। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'



Monday, July 23, 2018

अहंकारों की बाढ़ सी आ गयी है,
कुर्सियों से निशाने साधे जा रहे हैं।
महासंग्राम सा हो गया चुनाव अब
कहीं विभीषण तो कहीं कृष्ण तलाशे जा रहे हैं। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर फरियादी'

Wednesday, July 18, 2018

नींबू को स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है। विशेषकर पेट से संबंधित समस्याओं के लिए नींबू का प्रयोग अनेक तरीकों से किया जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं नींबू के ऐसे ही कुछ घरेलू प्रयोग जिनसे आप कई  छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं से निजात पा सकते हैं।


- पेट साफ नहीं हो रहा हो या पेचिश हो, तो प्याज के रस में कागजी नींबू का रस मिलाएं। इसमें थोड़ा-सा पानी डालकर पीएं, लाभ होगा।

- स्कर्वी रोग में नींबू श्रेष्ठ दवा का काम करता है। एक भाग नींबू का रस और आठ भाग पानी मिलाकर रोजाना दिन में एक बार लें।

- नींबू के रस में थोड़ी शकर मिलाएं। इसे गर्म कर सिरपनुमा बना लें। इसमें थोड़ा पानी मिलाकर पिएँ। पित्त के लिए यह अचूक औषधि है।

 आधे नींबू का रस और दो चम्मच शहद मिलाकर चाटने से तेज खांसी, श्वास व जुकाम में लाभ होता है।

- नींबू ज्ञान तंतुओं की उत्तेजना को शांत करता है। इससे हृदय की अधिक धड़कन सामान्य हो जाती है। उच्च रक्तचाप के रोगियों की रक्तवाहिनियों को यह शक्ति देता है।

-  एक नींबू के रस में तीन चम्मच शकर, दो चम्मच पानी मिलाकर, घोलकर बालों की जड़ों में लगाकर एक घंटे बाद अच्छे से सिर धोने से रूसी दूर हो जाती है व बाल गिरना बंद हो जाते हैं।

- एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर सेंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम दो बार नित्य एक महीना पीने से पथरी पिघलकर निकल जाती है।

- चेहरे की सुंदरता बढ़ाने के लिए नींबू की कुछ बूंदें दूध में डालें। रूई भिगोकर चेहरा चमकाएं।

- नींबू को नमक तथा काली मिर्च के साथ चाटें। यह भोजन से पूर्व चाटना है। तब अधिक भूख लगा करेगी।

- यदि दस्त लगे हों तो दूध में नींबू का रस 8-10 बूंद डालकर मिलाकर रोगी को पिलाएं। यह बहुत लाभकारी रहता है। दिन में चार बार लेवें। अधिक फायदा होगा। एक गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़ें। रोगी इसे पी ले। दिन में चार बार ऐसी खुराक लें।

- सुबह-शाम एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर पीने से मोटापा दूर होता है।

-एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर पीते रहने से नेत्र ज्योति ठीक रहती है।


Friday, July 13, 2018

गौं घौर गुठ्यारों मा आज भी
डाळयोँ कु छैल पसरयूँ च!
सरकी च आफु आपरी खुट्टीयोंन्
यू मंख्यों कु दोष च मंखि हरच्युं च!

पोथ्लियों कु चुंच्याट, नुन्यारों कु घुंघ्याट
गाड-गदरियों कु सिंस्याट
आज भी जुकुडी बुथ्योंणु च!
शहरूँन् लल्चाई मंखि कु ज्यू
देखा धौं ज्यू आज खुदेंणु च! @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Thursday, April 19, 2018

अपना ब्लॉग कैसे बनाएं तथा कैसे संजोएं How to make one's blog and maintain it



अपना ब्लॉग कैसे बनाएं? [How to make your own blog?] यह प्रश्न www पर पूछा जाता रहा है और हम भी यदा-कदा  इस प्रश्न से दो-चार हो जाते हैं IndianTopBlogs पर या फिर ईमेल पर. 

सच पूछिये तो दो प्रश्न  साथ  चलते हैं:  ब्लॉग कैसे बनाएं (How do I create a blog) तथा ब्लॉग को कैसे संजोएं (Ho do I maintain my blog) क्योंकि एक ब्लॉग बना देना तो बहुत मुश्किल नहीं है और हम नीचे बता रहे हैं कि कैसे बिना किसी खर्च के और बिना टेक्नोलॉजी के ज्ञान के करीब 30 मिनट में ही एक ठीक-ठाक ब्लॉग बनाया जा  सकता  है. बात रही ब्लॉग को खूबसूरत बनाने की, उसे ठीक से आगे बढ़ाने की, ब्लॉगिंग से धन कमाने की - इन सब  के लिए समय देना होता है, अनुशासन में रहकर काम करना होता है और बिना धैर्य खोए आगे बढ़ते रहना होता है. दोनों विषयों पर हम आपको अपनी सहभागी वेबसाइट IndianTopBlogs, के लिंक्स पर ले जाएंगे, लेकिन पहले देख लें ब्लॉग बनाने का सरल और कामगार नुस्खा.

नए ब्लॉगर साथियों के लिए तो यह उपयोगी होगा ही, पुराने साथी भी इसका लाभ अपने ब्लॉग को अधिक प्रभावी बनाने के लिए कर सकते हैं:


आज हमारे दिन की शुरवात ही चाय से होती है। क्या आपको स्पेशल चाय पसंद है? स्पेशल चाय के लिए चाय मसाला भी तो स्पेशल ही चाहिए न! चाय के लिए कहा जाता है कि "सुस्ती हटावें, स्फुर्ति दिलावे, सकल दर्द मिट जाय, जगत में चाय बड़ी बलवान!” तो आइए, आज हम बनाते है, चाय मसाला।

सामग्री-
• सौंठ-                     125  ग्राम
• काली मिर्च-             50  ग्राम
• लौंग-                      25  ग्राम
• इलायची-                25  ग्राम
• जायपत्री-                10  ग्राम
• कलमी (दालचीनी)- 25  ग्राम

विधि- How to make tea masala
• सभी मसालों को अच्छे से साफ़ कर लीजिए।
• दालचीनी को छोड़ कर बाकी मसाले कढ़ाई में डाल कर थोड़ी देर भून लीजिए। जब मसाले थोड़े से सीक जाए तब दालचीनी डाल कर दो मिनट और भून लीजिए।
• मसाले को ठंड़ा होने पर मिक्सर में बारिक पीस लीजिए।
 अब किसी एयर टाइट डब्बे में भर कर रख लीजिए। जब भी आपको चाय बनानी हो, स्वादानुसार स्पेशल चाय मसाला डाल कर चाय बनाइए। इस चाय मसाले से चाय एकदम स्वादिष्ट लगती है। 
• यह मसाला कई महिनों तक खराब नहीं होता।
टिप-
मसालों को सेंक कर पीसने से खुशबू अच्छी आती हैं।


Friday, March 30, 2018

युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच द्वारा प्रदान की सम्मान पत्र। 


Friday, February 2, 2018

गीली मिट्टी
कभी आंखों में
नव अंकुर सी
रेखांकित कर देती 
पल-पल को
गीली मिट्टी!
सपने पलने लगते
अपने चलने लगते
एहसास दिला जाती
क्षण भर में
गीली मिट्टी!
लेना चाहता है स्वरूप
तेरे आगोश में छुप कर
टहलता हुआ जल
बदल देती है रूप
गीली मिट्टी!@ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Wednesday, November 15, 2017

आँखि खोल द्या
बक्त ऐगी देख्णो
आँखि खोल द्या
बक्त ऐगी बोनो 
भट्याकी बोल द्या
अदलि बदलि देख्ला कब तैं
अब त बटोल द्या!
बक्त ऐगी देख्णो
आँखि खोल द्या
बिस्त्रों मा न पाला यूँ तैं
अब त ख्खोड द्या
बक्त ऐगी बोनो
भट्याकी बोल द्या!
बक्त ऐगी देख्णो
आँखि खोल द्या
उगरा ग्ळयों अपरी खुटयों न
धोरा यूँ तै न औण द्या
बक्त ऐगी बोनो
भट्याकी बोल द्या!
बक्त ऐगी देख्णो
आँखि खोल द्या
कब तलक टक लागैकि
देख्ला ऊँ बाटियों
बक्त ऐगी बोनो
भट्याकी बोल द्या! @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Tuesday, November 14, 2017

आँख्यों मा छळकदू आँसू 
पराण निरास्यूँ रै ग्याई
रट लगाईं रै उत्तराखंड की 
त्वी बतौ बणी उत्तराखंड तिन क्या पाई। 
कुठारी भौर्यालि उँ लोगून् 
चमकदा दरवार देख्याला
तुम रोंदाँ रयाँ सदानी इनि
कै दिन नींद मा तुम भी सेजाला।
भोळ औण नि फिर यू दिन
सुखी जाला आँसू रोंण नि तिन
गुठयारों मा बांदर रैला
धुरपालियों मा कंडाळी पैला।
हर्युं भर्युं गौं ह्वैजालू
फिर निवाति कोण्यों पर कन कै सेल्या
सुपिन्यों कु उत्तराखंड इनी पैला।
@ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Thursday, November 2, 2017

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Wednesday, October 4, 2017

~~~ ढुंगा ~~~
ढुंगा उठ्यां भी छन 
ढुंगा छुप्याँ भी छन 
ढुंगा फर्कणा भी छन 
ढुंगा सर्कणा भी छन
क्या बोन यूँ ढुंगों कु
ढुंगा ढुंगा भी नि छन!

देखा टिडागी पौंडीं हफार 
निर्भाग्यों कु बण्युँ व्यापार
भौ कुई देंदु नि यूँ तैं कभी 
छौंदी कुड्यों बण्याँ खंद्वार!

ढुंगा उठ्यां भी छन 
ढुंगा छुप्याँ भी छन ......!

टकराणा छिन आफुमा 
कच्चाकी पौंडीं देहगाथ 
मुछालौं सी सुलग्याँ छन 
कैंमा लगौंण छुयीं बाथ!

ढुंगा उठ्यां भी छन 
ढुंगा छुप्याँ भी छन .....!

समझणा भी छन 
ढुंगा ढुंगा ही छन
मुखुड़ि घसिं माटन्
माटासी यी खुश छन! 
@- राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Wednesday, August 23, 2017


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Sunday, August 20, 2017


गुणा करने की सरल विधि ,TRICKS MULTIPLICATION
एक विषय ने करीब-करीब हर किसी को परेशान किया है, जिसकी क्लास शुरू होने से पहले ही पसीने आने लगते थे. जी हां, मुझे पता है कि आपने उस विषय को पहचान लिया है. गणित था ही ऐसा कई बार होता था इस विषय के रात में डरावने सपने भी आते थे लेकिन अब गणित के कुछ पहलुओं की गहराईयाँ जानने की कोशिश कर रहा हूँ। गणित सबसे सरल और जीवन के रोजमर्रा के उपयोग में आने वाली प्रमुख विषय भी है इससे हम नकार नहीं सकते, परन्तु हम लोग गणित से अक्सर दूर भागते हैं इस और ज्यादा ध्यान नहीं देते यदि हम गणित के जादू को ठीक से समझने की कोशिश करेंगे तो यह सबसे आसान विषय बन कर उभर सकता है इन ट्रिकों को जान कर आप उन बच्चों की मदद कर सकते हैं, जो आज भी स्कूल में हैं और इस विषय की वजह से स्कूल जाना नहीं चाहते। आईये मंजीत सिंह जी के वीडियो द्वारा समझते हैं गणित के कुछ तथ्य :-

Monday, July 31, 2017

अपनी टाईपिंग की रफ़्तार को बढ़ा दीजिए

इस वीडियो को देख कर आप अपनी टाईपिंग की रफ़्तार पाँच दिन में बढ़ा सकते हैंl

Friday, July 28, 2017


गूगल एड सेंस के द्वारा आप अपनी वेब और ब्लॉग से कैंसे धन अर्जित आकर सकते हैंl





सी यू ई टी (CUET) और बोर्ड परीक्षा का बोझ कब निकलेगा।

मेरा देश कहाँ जा रहा है। आँखें खोल के देखो।  सी यू ई टी ( CUET) के रूप में सरकार का यह बहुत बड़ा नकारा कदम साबित होने वाला है। इस निर्णय के र...