मेरे एक शब्द में कभी जी के देखिए,
तुम्हें हर मौसम का नजारा मिल जायेगा l
बंजर में भी महकती हुई हरियाली,
और हरियाली में बंजर मिल जायेगा ll @ - रचना -सर्वाधिकार सुरक्षित -राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'
तुम्हें हर मौसम का नजारा मिल जायेगा l
बंजर में भी महकती हुई हरियाली,
और हरियाली में बंजर मिल जायेगा ll @ - रचना -सर्वाधिकार सुरक्षित -राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'