ब्लॉग में आपको अनेक विषय वस्तुओं पर जानकारियाँ मिलेंगी जैंसे Education, Technology, Business, Blogging आदि।
Sunday, December 12, 2021
शब्द
शब्द! रख लो कुछ मेरे,
वक्त पर काम आयेंगे,
कल मैं आऊँ या न आऊँ,
ये सुबह शाम आयेंगे!
शब्द! रख लो कुछ मेरे,
वक्त पर काम आयेंगे!
देखना! बदलता रहेगा
हर चेहरे का रंग-रूप,
धूप और पानी तो सब
ये मौसम के नजारे हैं।
उलझने तभी आती है
जब जरूरी काम आयेंगे।
शब्द! रख लो कुछ मेरे
वक्त पर काम आयेंगे। @- राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
सी यू ई टी (CUET) और बोर्ड परीक्षा का बोझ कब निकलेगा।
मेरा देश कहाँ जा रहा है। आँखें खोल के देखो। सी यू ई टी ( CUET) के रूप में सरकार का यह बहुत बड़ा नकारा कदम साबित होने वाला है। इस निर्णय के र...
-
दूसरों की खुशियों पे दुःख जताने वालों, आसमां की तरह छत चाहाने वालों, क्यों तिनके तिनके पे, इस कदर जलते हो, जब जलना ही है त...
-
जन जन से मिल कर शहर से निकल कर आती है सहमी सी आवाज की तुम मुझे बचालो! मुझे बचालो ! मुझे बचालो ! हर एक पहाड़ से टकराकर ...
-
किस्मत तुम्हारी भी नही किस्मत हमारी भी नही कितना चाहो बिखर जाओ पर रहोगे सदैव पंक्तियों में। किस्मत तुम्हारी भी नही किस्मत हमारी भी नह...
3 comments:
b'ful words
बहुत सुंदर
उलझने तभी आती है जब जरूरी काम आयेंगे। शब्द! रख लो कुछ मेरे वक्त पर काम आयेंगे... वाह!क्या खूब कहा।
सादर
Post a Comment