ये घटा तू बता मैं फरियाद करूँ तो किस से
अपनों ने जब यूँ दर-दर भटकाया मुझको ,
तब फरियाद करूँ तो किस से !
मिटटी का बना खिलौना है,
मेरा हर सुख-दुःख तो यूँ ,
सब तो मुझको छोड़ चले,
आपना किसको मैं कह दूँ ,
ये घटा तू बता!
किससे अब फरियाद करूँ तो किस से
ये घटा तू बता मैं फरियाद करूँ तो किस से .........रचना-राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'
2 comments:
किसकी करूँ उपासना!
किसी मांगू भीख!
अब तो अपने भी हमे,
दें गैरों सी सीख!"
बहुत शानदार रचना
fariyaad karu to kis se
bahut sahi
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