वर्तमान समय में यदि भाषाओं की बात की जाय तो विश्व के लगभग 70% लोग हिंदी की ओर रुख कर रहे हैं। इसलिए नही की यह भारत की भाषा है बल्कि इस लिए की वैज्ञानिक रूप से भी इस भाषा के शब्दों का प्रभाव अति महत्वपूर्ण है। शब्दों की ध्वनियों से अद्भुत ऊर्जा मिलती है। इस पर हजारों रिसर्च भी हो चुकी हैं, मगर आज का विषय भाषा की गुणवत्ता या ध्वनियों का महत्वपूर्ण प्रभाव नही है बल्कि कम्प्यूटर और
इंटरनेट पर बढ़ता भाषा का दबाव है। यहाँ तक की गूगल को भी समझ आ गया कि बिना हिंदी कंटेंट के उसका दायर सीमित है इसलिए गूगल लगातार हिंदी लेखकों, एवं ब्लॉगरों के लिए नई नई तकनिकियाँ एवं भाषाओं की लिपियों को डेवलॉप करने पर लगा हुआ है, गूगल इनपुट टूल्स, गूगल इंडिक की बोर्ड आदि सब इसी का नतीजा है। कम्प्यूटर पर अधिकांतः हिंदी टाइपिंग या लेखन से लोग इसलिए भी दूर भागते क्योंकि की बोर्ड बहुत कठिन था, आज हर कोई कम्प्यूटर पर आसानी से हिंदी लिख पा रहा है और गूगल हिंदी को पढ़ पा रहा है। अब बात करते हैं हिंदी से ब्लॉगिंग कैंसे की जाती है और इसका महत्व क्या है। हिंदी ब्लॉगिंग की इस कड़ी में जाने मानें ब्लॉगर सतीश कुशवाह जी हमें हिंदी ब्लॉगिंग का भविष्य बताने जा रहे हैं यदि आप भी ब्लॉगिंग की दुनियाँ में कदम रखने की सोच रहे हैं तो यह सतीश जी की यह वीडियो आपके लिए एक बरदान साबित होगी। अधिक जानकारी के लिए वीडियो पर आपका स्वागत है।
इंटरनेट पर बढ़ता भाषा का दबाव है। यहाँ तक की गूगल को भी समझ आ गया कि बिना हिंदी कंटेंट के उसका दायर सीमित है इसलिए गूगल लगातार हिंदी लेखकों, एवं ब्लॉगरों के लिए नई नई तकनिकियाँ एवं भाषाओं की लिपियों को डेवलॉप करने पर लगा हुआ है, गूगल इनपुट टूल्स, गूगल इंडिक की बोर्ड आदि सब इसी का नतीजा है। कम्प्यूटर पर अधिकांतः हिंदी टाइपिंग या लेखन से लोग इसलिए भी दूर भागते क्योंकि की बोर्ड बहुत कठिन था, आज हर कोई कम्प्यूटर पर आसानी से हिंदी लिख पा रहा है और गूगल हिंदी को पढ़ पा रहा है। अब बात करते हैं हिंदी से ब्लॉगिंग कैंसे की जाती है और इसका महत्व क्या है। हिंदी ब्लॉगिंग की इस कड़ी में जाने मानें ब्लॉगर सतीश कुशवाह जी हमें हिंदी ब्लॉगिंग का भविष्य बताने जा रहे हैं यदि आप भी ब्लॉगिंग की दुनियाँ में कदम रखने की सोच रहे हैं तो यह सतीश जी की यह वीडियो आपके लिए एक बरदान साबित होगी। अधिक जानकारी के लिए वीडियो पर आपका स्वागत है।