Friday, December 20, 2019

पलायन की धै

भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु
बल रोका रे रोका रे रोका
तै पलायन तै रोका .....!

बंगला गाड़ी नौकर चाकर
बच्चा पढ़ा कि भेजी ऐथर
ड्यूटी भी पूरी, जिम्मदारी निभाली सैरी,
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु ....!

खुट्टी सरका नि सकदू अब
जुकडी बुथ्या नि सकदू अब
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु......!

गर्मी सह नि सकदू
सर्दी मा रै नि सकदू
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु.......!

बस बच्चों पर चलदु नि
दानु स्याणु क्वी मिल्ड्यू नि
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु.....! @- राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'








3 comments:

अनीता सैनी said...

जी नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार(२१ -११ -२०१९ ) को "यह विनाश की लीला"(चर्चा अंक-३५५६) पर भी होगी।

चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
अनीता सैनी

राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी' said...

आदरणीया अनिता जी नमस्कार! जी हार्दिक आभार मेरी अभिव्यक्ति को चर्चामंच समूह में स्थान देने के लिए।

Elisa Caldwell said...

Nicee post

मशरूम च्युं

मशरूम ( च्युं ) मशरूम प्राकृतिक रूप से उत्पन्न एक उपज है। पाहाडी क्षेत्रों में उगने वाले मशरूम।