Thursday, April 2, 2020

डिजिटल टेक्नोलॉजी से कैरियर कैंसे बन सकता है।

समय का बदलाव कहें या टेक्नोलॉजी का विस्तार हर ओर डिजिटल ही डिजिटल नजर आ रहा है, चाहे कोई उत्पाद हो या कोई सर्विस। मार्केटिंग से लेकर, पढ़ाई तक जॉब से लेकर कमाई तक। आखिर क्या है ये डिजिटल युग। क्यों हर स्तर पर डिजिटल हावी होता जा रहा है। क्या बिना डिजिटल के रोजगार की संभावना नही है ? क्या डिजिटल के बिना व्यवसाय या शिक्षा नही हो सकती है ? इस तरह के आज मार्किट में अनेक प्रश्न उभर के आ रहे हैं। और आने भी चाहिए। जहाँ तक मैंने भी महसूस किया है वो भी यही है कि बिना डिजिटल के हर कदम पर परेशानियां बढ़ने वाली हैं या सीधे शब्दों में कहें कि डिजिटल के बिना किसी भी क्षेत्र और अधिपत्य करना मुश्किल ही नही नामुमकिन सा हो जायेगा। डिजिटल कैंसे काम करता है ? डिजिटल होता क्या है ? इस के लिए शैक्षिक योग्यता भी कुछ होने चाहिए या नही ? डिजिटल काम कैंसे करता है ? आईये इन सभी प्रश्नों के उत्तर जानते हैं जाने माने यूटूबर, मोटिवेटर स्पीकर आदरणीय श्री हिमेश मदान जी द्वारा। उनकी इस विषय पर अनेक वीडियो हैं साथ ही साथ उन्होंने खुद अपने अनुभव के आधार पर बड़ी सरलता से हर किसी के प्रश्नों के उत्तर देने का हर संभव प्रयास किया है आशा है आप उनके इन वीडियो से खुद के डिजिटल कैरियर के लिए सीखें। उनके वीडियो निम्न पर हैं। 



Monday, March 30, 2020

डिजिटल मार्केटिंग का स्कोप

 संक्रमण के इस आपायकालीन समय में आप सभी का मुख्य कर्त्तव्य है कि खुद को एवं खुद के परिजनों को घर से बाहार न निकलने दें एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका का निर्वाहन करें। आप सुरक्षित रहेंगे तो देश सुरक्षित रहेगा। आप सभी से विनती है कि संक्रमण के उस दौर में आप खुद के साथ साथ अपने बच्चों को भी डिजिटलाइज करने हेतु पूर्ण रूप से तैयार हो जाइये। इस समय सुरक्षा के साथ साथ हमें इस प्रणाली को सीखने हेतु पर्याप्त समय है। साधारणतः डिजिटल मार्केटिंग के ज्यादातर इंस्टीट्यूट दो दिवसीय एवं चार दिवसीय फूल टाईम कोर्स मार्केट में उपलब्ध कराते थे। और यदि कोई भी इन छोटे छोटे कोर्सों को कर लेता था तो कम से कम वह अपने लिए डिजिटल का एक प्लेटफॉर्म खड़ा कर सकता है। मैं आपको ये सब प्रेक्टिकल तौर पर ही कहा रहा हूँ। आप घर पर रह कर यूट्यूब से, फेसबुक के माध्यम से, गूगल के माध्यम से या ऑनलाईन क्लासों से कुछ न कुछ तो सीख ही सकते हैं। साथ ही जो लोग अंग्रेजी के डर के कारण इन प्लेटफॉर्मों की ओर आने से डरते हैं उन्हें अब डरने की भी जरूरत नही 70% डिजिटल मार्केटिंग कोर्स साधारण हिंदी में हो रहे हैं। आपको कम्प्यूटर तकनीकी शिक्षा की भी जरूरत नही है। इन छोटे छोटे कोर्सों से आपके अन्दर सकारात्मकता का संचार होगा, आपकी शैक्षिक योग्यता मे वृद्धि होगी  और आप एक नये प्लेटफॉर्म पर जॉब या स्वरोजगार के ऑप्शन को तलाश सकते हैं। आप हर सोशियल मीडिया प्लेटफॉर्मों का सदुपयोग कीजिए। बहुत से इंस्टीट्यूट और  डिजिटल एक्सपर्ट इन सोशियल साइटों पर हर रोज लाईव आकर डिजिटल की उपयोगिता बता रहे हैं। या जूम के साथ साथ अन्य ऑनलाईन टूलों के उपयोग से अपने शिक्षार्थियों को क्लासें दे रहे हैं। यदि आप डिजिटल के एक छोटे से कोने पर भी अधिकार कर पाने में सफल होते हैं तो आपको अपने रेज्यूम लेकर जॉब की लाईनों में खड़े होने की जरूरत ही नही पड़ेगी। इस पद्धति का सबसे अच्छा फायदा ये है कि आप अपने घर के एक कोने से जॉब, व्यवसाय या कंसर्टटेंसी कर सकते हैं। इन पद्धतियों से आप किस किस फील्ड में अपना कैरियर बना सकते हैं आईये जानते हैं।
1. सोशियलमीडिया कंसर्टेन्ट ( Social Media Manager ) :- यह जॉब आजकल हर कंपनी, इंस्टीट्यूट, स्कूल, कंसर्टेन्ट, कॉन्ट्रेक्टर, मीडिया चैनलों, यूटूबरों के साथ साथ सबबे ज्यादा राजनेताओं के लिए भी जरूरी होता जा रहा है नही बल्कि हो चुका है। बिना सोशियलमीडिया के कोई भी राजनेता आजकल नही है, उनका फेसबुक पेज, यूट्यूब एकाउंट, इंस्टाग्राम, टिक टॉक आदि न जाने ऐंसे कितने प्लेटफॉर्म है जहाँ पर उनकी उपस्थिति बनी रहनी जरूरी हो गई है।

2. कंटेंट राईटर  ( Content Writer ) :- साधारणतः लोग इस शब्द या इस पर काम करने वाले पदाधिकारी को सम्मान की नजरों से देखा जाता है लेकिन हर किसी को डर होता है कि ये कंटेंट है क्या ? मित्रों कंटेंट साधारण भाषा में वो लेख या भाषा होती है जो लोगों के मस्तिष्क को परिवर्तित अपने अनुरूप आकर्षित करती है, ये कई लोगों में स्वाभाविक होती है लेकिन यदि थोड़ा सी मेहनत की जाय तो यह सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म है खुद को जॉब या व्यवसाय तक ले जाने का। इसके लिए भी अधिकांश लोगों के मन मे भय होता है कि उन्हें अंग्रेजी नही आती, वो लिख नही सकते, मित्रो यह बहुत साधारण काम है रही बात अंग्रेजी की तो उसकी जरूरत भी नही है यदि आपका लेखन उत्कृष्ट है तो देश और दुनियाँ में बहुत से ट्रांसलेटर बैठे हुये हैं साथ ही बहुत से ट्रांसलिट्रेशन टूल भी मार्किट में बहुत बड़ी मात्रा में उपलब्ध हैं। लेकिन सबसे अच्छी बात ये है कि इसकी आपको जरूरत ही नही पड़ेगी, 70 से 80% कंपनियों ने अपने आपको हिंदी कंटेंट की ओर बड़ी तेजी से मोड़ने शुरू कर दिया है। यदि ऊपर के इन दो प्लेटफॉर्मों पर भी आप अपनी कमांड बना लेते हो तो आराम से 20 से 30 हजार की जॉब या मासिक आप अर्जित कर सकते हो। बस आपको पॉजिटिव होकर इस ओर अपने कदम बढ़ाने हैं।

3.एफिलेट मार्केटर ( Affiliate Marketers ) :- इस पप्लेटफॉर्म का आज के समय मे अपने आप मे बहुत बड़ा योगदान है। हर बड़ी कंपनियों चाहे वो लोकल स्तर पर काम करती हो या अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर खुद को रखती हों हर किसी के लिए एफिलेट की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। आप हर ई कॉमर्स पोर्टल जैंसे ऐमज़ॉन, फ्लिपकार्ट, डोमिन पोर्टल, होस्टिंग वेबसाईटें, फाइनेंशियल कंपनियां, जैंसे बैंक, क्रेडिट कार्ड प्रोवाईडर, लोन प्रोवाईडर, इन्सुरेंस प्रोवाईडर, रियल एस्टेट, टेलिकॉम इंडस्ट्रीज, मोबाईल मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज आदि के लिए एफिलेट मार्केटिंग का बहुत बड़ा रोल बनाता जा रहा है। यदि बड़ी बड़ी कारें या मोटरसाईकिल की बात करें तो इस फील्ड में एफिलेट मार्केटर का रोल बहुत बड़ा है। आगे के क्रमांक भी जारी रहेंगे। हमारा कर्त्तव्य है आप आगे बढ़ें देश खुद आगे बढ़ेगा।
यदि आप सीरियस हैं तो आप लॉक डाउन का उपयोग अपने कैरियर के लिए कर सकते हैं





नोट :- एफिलेट मार्केटिंग की जानकारी के लिए यहाँ पर भी क्लिक कर सकते हैं। 



Friday, March 13, 2020

ई कॉमर्स में संभावनाएँ E-Commerce Opportunities

क्या आप ई कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म को अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। इसके लिए आपकी उम्र 20 साल से ऊपर होनी चाहिए। शैक्षिक योग्यता की जरूरत नही है। किसी की सोर्स की जरूरत नही पड़ेगी, आपको न वेबसाईट हैंडलिंग करनी पड़ेगी और न ही कोई ऑफिस की जरूरत पड़ेगी। पैंसे लगाने की जरूरत नही है। मगर एक डर लग रहा होगा कि ऐंसे कैंसे हो सकता है। यह इसलिए हो रहा है कि दुनियाँ डिजिटल से संचालित हो रही है। शॉपिंग हो या खाना, जॉब हो या व्यवसाय सब के सब ऑनलाईन पर निर्भर होने के लिए लगातार प्रयासरत  हैं तो फिर आप पीछे क्यों?

* ई कॉमर्स आखिर क्या है ये ई कॉमर्स ?

* एक कैरियर के लिए क्या संभावनाएँ हैं ई कॉमर्स में ?

* एक ऐंसा व्यवसाय जहाँ पर न शैक्षिक योग्यता देखी जाती है न ही धर्म-जातियआधार।

* एक ऐंसा प्लेटफॉर्म जहाँ पर एक गृहणी एवं पी एच डी होल्डर  को एक समान कमाने का अधिकार है।

* एक ऐंसा प्लेटफॉर्म जो लोगों को शिक्षित करने के साथ साथ सपने पूरे करने का मौका देता है।

* एक ऐंसा कैरियर जहाँ पर जॉइनिंग के लिए न रिश्वत नही देनी पड़ती है और न ही प्रमोशन के लिए कोई बैरियर हैं।

* एक ऐंसा प्लेटफॉर्म जिसपर आप पति पत्नी एक साथ मिल कर काम कर सकती हैं।

* एक ऐंसा प्लेटफॉर्म जहाँ पर आप खुद को एक विश्वस्तरीय फैकल्टी बना सकते हैं।

* एक ऐंसा प्लेटफार्म जहाँ पर आप दुनियाँ के किसी भी शहर में अपना व्यवसाय कर सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें।
9818583935, 870 071 6702



Sunday, March 8, 2020

रोजगार एवं स्वरोजगार और महिलाएँ

अंतर्राष्टीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं के लिए उनके कार्यक्षेत्रों एवं स्वरोजगार और रोजगार की संभावनाओं की बात करते हैं। यूँ तो  हर प्लेटफॉर्मों पर महिलाओं ने अपनी उपस्थिति को पहिचान बना लिया है मगर आज भी एक प्रश्न सभी महिलाओं या परेशान करता है प्रश्न है कि शादी के बाद उसका कैरियर क्या होगा ? आज हर इंडस्ट्रीज का महत्वपूर्ण फोकस महिलाओं पर ही है या यूँ कह सकते हैं बिना महिलाओं के हर जीवन अतित्वहीन है। महिलाएँ घर की गृहलक्ष्मी होती है लेकिन आधुनिक नारी हर क्षेत्र के साथ समन्वय स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आज बात करते हैं महिलाओं के लिए जो सबसे सुरक्षित एवं अच्छा प्लेटफॉर्म है वो हैं डिजिटल प्लेटफॉर्म। डिजिटल के क्षेत्र में असीमित संभावनाएँ हैं। जिन्हें कोई भी महिला घर से मैनेज कर सकती है। यह बहुत अच्छा कैरियर है। इसमें अध्यापन से लेकर व्यवसाय एवं पार्ट टाईम जॉब या वर्क फ्रॉम होम। यह बहुत अच्छा प्लेटफॉर्म है इसके साथ ही आजकल जो सबसे ज्यादा डिमांडिंग है वो उभरता हुआ ई कॉमर्स प्लेटफार्म भी बनता जा रहा है। अब महिलाओं के हाथ मे है कि उसे किस ओर अपना कैरियर लेकर जाना है।
अधिक जानकारी के लिए प्रसिद्ध मोटवेशनल , व्यवसायी ट्रेनर, कोच श्री विवेक बिंद्रा जी के इस वीडियो को देखें।




Thursday, February 13, 2020

मल्टीलेबल या डायरेक्ट सेलिंग कंपनी और कैरियर

एक कैरियर एक उद्यम एक इंस्टिट्यूट या यूँ कहें कि यह एक अंतरराष्ट्रीय संस्थान आप का अपना हो सकता है। आप यहाँ से शिक्षा, स्वस्थ्य, रोजगार, स्वरोजगार, एवं जॉब हो चाहिए पा सकते हैं। हर व्यक्ति काम केवल और केवल पैसों के लिए करता है। यदि आधुनिक नजरिये से देखा जाय तो जॉब के ऑप्शन सीमित होते जा रहे हैं व्यवसाय में इतने उतार चढ़ाव है कि मैनेज करने के लिए पापड़ बेलने पड़ते हैं। बाजार का यह स्वरूप भी एक कैरियर है और आधुनिक समय मे भारत ही नही विश्व के अनेक देशों में यदि सबसे ज्यादा इनकम वालों की बात की जाय तो मल्टी लेबल मार्केटिंग ही सबसे ऊपर हैं मगर यह रास्ता इतना आसान भी नही है हाँ यहाँ पर कदम बढ़ाने से पहले कंपनी का बैकराउंड देखना अति आवश्यक है। कई कम्पनियां उल्टे सीधे प्लान लेकर मार्किट में उतरती हैं और कुछ समय बाद बाजार में अपना नाम छोड़ कर निकल लेती हैं कुछ कंपनियां वर्षों से बाजार में अपनी पकड़ तो बना लेती हैं मगर उनके उत्पाद या तो अत्यधिक कीमती होते हैं या मंथली परचेजिंग स्किम उनको रोक लेती है लोग जॉइन तो करते हैं मगर अपनी सक्रियता नही बना पाते हैं। यदि आप भी किसी मल्टी लेबल कंपनी/ डारेक्ट सेलिंग कंपनी / चेन सिस्टम कनेक्टविटी वाली कंपनियों से जुड़े हैं या जुड़ना चाहते हैं तो चार बातों को बहुत गहराई से समझना पड़ेगा। उनमें से कंपनी प्रोफाईल, कंपनी उत्पाद, कंपनी का डिस्टिब्यूशन सिस्टम एवं कंपनी का फ्यूचर। अधिकांशतः हर मल्टीलेबल कंपनी के कुछ ही उत्पाद उस कंपनी के आधार स्तंभ होते हैं बाकी उत्पादों को कंपनी अपनी सेल और दायरा बढ़ाने के लिए जोड़ देती है। हमारे देश मे अक्सर मल्टीलेबल मार्केटिंग या डारेक्ट सेलिंग कंपनियों को नकारात्मक नजरिये से देखा जाता है। भारत मे डारेक्ट सेलिंग लॉ आने से लगभग हर कंपनी ने अपने पैकेज चेज कर दिये कहने का अर्थ है कि जोइनिंग फीस नही ली जा रही है मगर कमानियों ने नेटवर्क के द्वारा अपनी सेल के टारगेट को ज्यूँ का त्युं रखा हुआ है। मेरा फील्ड मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग का होने के कारण मैं बहुत सी कंपनियों एवं उनके सिस्टम पर लगातार रिसर्च कर चुका हूँ इसका मतलब ये नही कि मुझे ही इस फील्ड की हर जानकारी है मगर यह सत्य है कि इस क्षेत्र में आगे बढ़ने वालों के पास असीमित संभावनाएँ हैं। आआईये और अपना कैरियर पहिचाने। अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी' 9818583935



Friday, January 31, 2020

मल्टी सोशियल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक साथ कैंसे लाईव आ सकते हैं।

टेक्नोलॉजी दिन-प्रतिदिन बढ़ती अत्यधिक सरल होती रहती है। जिसके साथ साथ हमें भी खुद को अपडेट रखने के लिए टेक्नोलॉजीयों का साहारा लेना पड़ता है। यदि हम समय पर टेक्नोलॉजी को नही पकड़ पाते हैं तो दुनियाँ के साथ आगे नही बढ़ पाते हैं। खुद को अपडेट रखने के लिए समय और टेक्नोलॉजी का उपयोग जरूरी होता जा रहा है। यदि आप यूटूबर है, शिक्षक हैं, ब्लॉगर हैं, मोटवेशनल स्पीकर है, या किसी इनफॉरमेश3नल विषय पर लाईव सेमिनार करते हैं तो यह टेक्नोलॉजी आप के लिए महत्वपूर्ण है।
साथ ही इस विषय पर आपको अधिक जानकारी चाहिए तो आप कुलवंत नागी जी के फेसबुक पेज एवं कुलवंत नागी जी के प्रोफाईल का अवलोकन कर सकते हैं। कुलवंत नागी जी ब्लॉगर, यूटूबर, के साथ साथ के अत्यधिक कुशल डिजिटल मार्केटर भी हैं। एफिलेट मार्केटिंग कुलवंत नागी जी का मुख्य विषय है। उनके फेसबुक पेज की जानकारी के यहाँ क्लिक करें।

Friday, January 17, 2020

उठा जागा रे उत्तराखंडियों

उठा जागा रे उत्तराखंडियों
बहम इथगा पाळा न रे
मशेटु समाज कु बण्यूं
आँखी आपणी खोला रे!

बंगोर सी भुजेणा छा
डौळ सी फूकेणा छा
खौळा न इथगा तुम
तैका का तेल जना।

उठा जागा रे उत्तराखंडियों
बहम इथगा पाळा न रे
मशेटु समाज कु बण्यूं
आँखी आपणी खोला रे!

बाँझी पुंगड़ियों मा
खौड सी जमयां छां
देखा समाज तैं अपणा
मटर सी क्यांकु छिलेणा छा रे!

उठा जागा रे उत्तराखंडियों
बहम इथगा पाळा न रे
मशेटु समाज कु बण्यूं
आँखी आपणी खोला रे! @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Friday, January 3, 2020

इरादा क्या है

उजाला लिए चले तुम उजाले को ढूंढने
तुम्हारी आँखों मे कुछ रोशनियाँ अलग हैं,
क्यों जला दी ये मसालें सफर में इसकदर
तुम्हारी ये परेशानियाँ हम से कुछ अलग हैं।

रोते भी खुद और हँसते भी खुद हो हर बार
इस कदर की ये बेचैनी भी तुम्हारी अलग है।
खुद ही जलाते हो खुद को खुद के लिए यूँ
तुम्हारी ये परेशानियाँ हम से कुछ अलग हैं।

दो कदम बढ़ कर यूँ लौट रहे हो हर बार
सब कुछ धूल में उड़ रहा क्या है सरकार।
कितनी दबी हैं बेचैनियाँ सीने में तुम्हारे
तुम्हारी ये परेशानियाँ हम से कुछ अलग हैं। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'



Monday, December 23, 2019

हल्दी की सब्जी

हल्दी से हम भली भांति परिचित हैं। और ये भी जानते हैं कि हल्दी हमारे भोजन के लिए कितनी खास है। यदि बात सर्दियों की हो तो कई लोगों का इम्नयूटी सिस्टम कमजोर होने से सर्दियों में कई रोगों से ग्रसित होना पड़ता है। या यूँ कह सकते हैं कि सर्दियों में कई रोग हमें जकड़ लेते हैं। तो आईये जानते हैं हल्दी के विविध रूपों के बारे में। घर हो या बाहर खाना तो हम सभी खाते हैं और उस खाने में हल्दी भी हमारी सब्जियों में मौजूद रहती है। लेकिन वह हल्दी एक मसाले के रूप में हमारी सब्जियों का हिस्सा होती है। आज बात करेंगे कच्ची हल्दी की। हल्दी अपने गुणों के कारण सदियों से इंसान के लिए उपयोगी रही है आयुर्वेद हो या किचन हर ओर हल्दी के एक से बड़े एक उदाहरण मिल ही जायेंगे।


हल्दी मेंएंटीबायोटिक गुण होने से यह हमारे दर्द से लेकर अनेक गंभीर बीमारियों तक से उभरने तक कि क्षमता रखती है। सर्दियों में जुखाम से लेकर कैंसर रोधी गुण हल्दी में विद्यमान हैं।
अब यहाँ पर प्रश्न ये है कि हम हल्दी को किस किस रूप में अपने आहार का हिस्सा बना सकते हैं।

 क्या आपने कभी हल्दी की सब्जी के बारे में सुना है ?

हल्दी की सबज्जियाँ राजस्थानी लोगो का सर्दियों में मुख्य आहार होता है यहाँ तक कहा जाता है कि जब भी उनके यहाँ सर्दियों में कोई मेहमान आता है वो लोग बड़े ही उत्साह से उन्हें हल्दी जी सब्जी खिलाते हैं। हल्दी की सब्जी कैंसे बनती है और इसके लिए हमें किस किस सामग्री की जरूरत पड़ती है जानने के लिए यहाँ क्लिक करें। 



अब यदि हल्दी के वास्तविक रुप या गुणों के बारे अधिक जानकारी चाहिए तो आप यहाँ पर पा सकते हैं।  आप सभी आग्रह है कि सर्दियों में कम से एक बार जरूर हल्दी की सब्जी का सेवन कीजिये इससे आपका शरीर सर्दियों में होने वाली  समस्याओं से निजात मिलेगी।


Saturday, December 21, 2019

हम और हमारी यादें

तुम नही आते
आजकल
व्यस्तता की
उलझनों में
सिमट कर
रह गये हैं।

पर कहाँ ?
खेत खलिहान
घर परिवार
सब तो अब
जमाने की
बातें हो चली!

हाँ कोई नया
झुनझुना मिला होगा
उसने समेट लिया
मन को मन से
तभी सब कुछ
भुलाकर गुमसुम हो।

बस लड़ रही हैं!
अपने सुकून के लिए
हम और हमारी यादें। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Friday, December 20, 2019

पलायन की धै

भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु
बल रोका रे रोका रे रोका
तै पलायन तै रोका .....!

बंगला गाड़ी नौकर चाकर
बच्चा पढ़ा कि भेजी ऐथर
ड्यूटी भी पूरी, जिम्मदारी निभाली सैरी,
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु ....!

खुट्टी सरका नि सकदू अब
जुकडी बुथ्या नि सकदू अब
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु......!

गर्मी सह नि सकदू
सर्दी मा रै नि सकदू
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु.......!

बस बच्चों पर चलदु नि
दानु स्याणु क्वी मिल्ड्यू नि
भैर शहरु मा धै लगाणु च
मन्खिअपरु हल्ला मचाणु.....! @- राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'








Thursday, December 19, 2019

Best app for youtubers

डिजिटल टेक्नोलॉजी दिन-प्रतिदिन बड़ी तेजी से आगे बढ़ रही है, कुछ डिजिटल एक्सपर्टों के अनुसार यह व्यवसाय या जॉब के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बनता जा रहा है। यदि आप अपने आप मे एक सेकेंड सोच के देखें तो बिना डिजिटल उपकरणों के आप बिलकुल शून्य हैं। आज नही तो कल हमें इस क्षेत्र की ओर कदम बढ़ाना ही पड़ेगा। यूट्यूब आज एक विश्वस्तरीय पाठशाला बन चुकी है परन्तु इस पाठशाला में प्रवेश की कोई उम्र या समय सीमा नही है यदि आप क्रेटिव है तो यह क्षेत्र आपके लिए रोजगार या स्वरोजगार का बेहतर से बेहतर प्लेटफॉर्म हो सकता है। आज भी अनेक लोग इस क्षेत्र की बहुत सी तकनीकियों पर काम कर के अपने खुद के स्टेटस मैनेज कर रहे हैं। इस क्षेत्र की सबसे बड़ी बात यह है कि यदि आप अच्छा ज्ञान रखते हैं या समय समय पर खुद को गूगल और यूट्यूब के नियमों के अनुसार अपडेट रखते हैं तो आपका कोई कंपटीटर नही होगा। यह एक युद्ध की भाँति है जिसके पास जितनी अच्छी तकनीकी होगी वही उतना अच्छा कैशल दिखायेगा। एक अच्छा योद्धा बनने के लिए आपको लगातार इन प्लेटफॉर्मों पर सीखना पड़ेगा। यदि आपको यूट्यूब के क्षेत्र पर कोई शंका है तो आप गूगल पर जा कर इस विषय मे ढेरों जानकारी ले सकते हैं।  

पिछले दो महीने पहले yourstory.com  पर एक आर्टिकल प्रकाशित हुआ था जिसे आप यहाँ पढ़ सकते हो।


इस आर्टिकल में केवल कुछ महिला यूटूबर की बात की गई है अधिक जानकारी के लिए आप उसे क्लिक कर सकते हैं।

आप भी यूटूबर से सीख कर अपने कौशल को लोगों तक पहुँचा सकते हो, हर व्यक्ति के अन्दर अद्भुत प्रतिभा होती है बस जरूरत है उसे पहिचानने की। आईये जानते हैं यूट्यूब पर यदि हमें वीडियो अपलोड करनी है तो उसे अच्छा बनाने के लिए कौन कौन से टूल्स उपयोग में लाने हैं और यदि हम खुद के फोन से ही यूट्यूब या ब्लॉग चला रहे हैं तो हमें किस किस एप्प की जरूरत पड़ सकती है।

यूट्यूब के लिए आपको जो एप्प चाहिए आप यहाँ क्लिक कीजिए। 

इस लिंक पर योगी योगेंद्र जी टेक्निकल योगी नाम से अपना यूट्यूब चैनल चलाते हैं आप उनके चैनल से भी कुशल यूटूबर के गुर सीख सकते हैं। यदि सीखने की ललक है तो हर ओर शिक्षालय है। दूसरा हम सभी लोगों के यूट्यूब चैनलों को लेकर एक भ्रम फैला हुआ है कि कमाई के लिए ज्यादा सब्सक्राइबर होने चाहिए। ऐंसा नही है आपका कंटेंट अच्छा और नैचरल होना चाहिए। इसके साथ आपको खुद से ही सीखना पड़ेगा का की लोग आपके किस तरह के कंटेंट या वीडियो पर अधिक आ रहे हैं। इसी के साथ आप सभी मित्रों का हार्दिक धन्यवाद। आगे भी आपके लिए कैरियर सम्बंधित विषय बस्तु लेकर आता रहूँगा।







Wednesday, December 18, 2019

बड़ा नही हूँ

बड़ा नही हूँ
हक भी नही है
बड़ा होने का!
अपनों के बीच
अपनों में रहना
अद्भुत अंदाज है
अपना होने का!
चौक खड़ियाँ वो सिलेटें
कब छोड़ दी, नही जानता
हाँ तेरे आने से
कुछ बदला है कद
मेरे छोटे होने का।
पानी धूप और हवा ने
कभी आवाज नही दी
जैंसे तुम दे रहे हो
कुछ अलग होने का।
क्या चाहते हो
अब यूँ जल कर
धूप खिला पाओगे
एक टाँग पर खड़े होकर
क्या एहसास है होने का। @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'








Sunday, December 8, 2019

How you read a vernier caliper

Verneir Caliper के बारे में हम सभी ने अपने स्कूली एवं कॉलेज के समय मे जरूर पढ़ा या सुना होगा। यह मैकेनिकल क्षेत्र का एक प्रमुख टूल्स है  मैकेनिकल लाईन में माप के लिए वर्नियर कैलिपर्स Vernier Caliper का ही उपयोग होता है। आईये आज जानते हैं कि Vernier Caliper को कैंसे पढ़ते हैं।


Thursday, December 5, 2019

वीडियो एडिटिंग (Video editing)

डिजिटल (Digital) जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। डिजिटल के बिना समय के साथ चलना मुश्किल सा लगने लगता है। हर तीसरा व्यक्ति डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उतरना चाहता है। बहुत से संसाधन भी आज इसके लिए बाजार में उपलब्ध हैं। लेकिन हर किसी को इसके लिए समय निकालना संभव नही बन पाता है। कुछ लोग इस पद्धति को तकनीकी स्तर से देखते हैं। इसका मुख्य कारण हमारी स्कूली शिक्षा व्यवस्था है। सोशियल मीडिया से लेकर यूट्यूब एवं ब्लॉग इस व्यवस्था को चकाचौंद कर रहे हैं। जॉब के साथ साथ व्यवसाय के लिए भी डिजिटल एक प्रमुख स्तंभ बन चुका है यहाँ तक की कई लोग तो इस प्रकार की कक्षाएँ भी चला रहे हैं। शिक्षा के नये स्वरूप के रूप में यह पद्धति बहुत तेजी से शहर हो या गाँव हर जगह बढ़ती जा रही है। डिजिटल स्तर पर वीडियो बनाना, वीडियो एडिटिंग करना, आज बहुत आसान सा हो चुका है। यह सब सीखने के लिए बहुत से एप्प फ्री में भी उपलब्ध हैं। अधिक जानकारी के लिए निम्न वीडियो को देखें।


मशरूम च्युं

मशरूम ( च्युं ) मशरूम प्राकृतिक रूप से उत्पन्न एक उपज है। पाहाडी क्षेत्रों में उगने वाले मशरूम।