Thursday, September 13, 2018

उत्तराखंड

जुकुडी मा बीणाणी बात
कुमर सी या चुब्णी च,
क्यामाँगी होलू यू अलग उत्तराखंड
सोची रग रग दुःखणी च।

कैन जाणी यण हौण
अपरा घरकु फिकू लौण
देखा आज ये ताता दूधन्
घंटुली डामि छन! @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Sunday, September 9, 2018


  • आप लोग यदि भारतीय स्टेनलेस स्टील विजिटर चेयर मैन्युफैक्चरर्स सप्लायर्स  (Stainless Steel Visitor Chair, Stainless Steel Platform Bench, Stainless Steel Airport Waiting Visitor Chsir, Railway Waiting Room Visitor Chsir Manufacturer and Supplier) ढूंढ रहे हैं तो आपकी तलाश यहाँ पर आ कर पूर्ण हो जायेगी। कुँवर ब्रोस कंपनी ने स्टेनलेस स्टील बेंच के लगभग पाँच- छ मॉडल तकनीकी आधार पर तैयार किये। बाजार में उपलब्ध इम्पोर्टेट बेंचों से बिल्कुल अलग हैं रेगुलर यूज, लंबे समय तक उत्पाद की सुरक्षा की दृष्टि से उपयुक्त, मेंटिनेंस फ्री, जंग फ्री, पेंटिंग से आजादी, उत्पाद की फिनिशिंग की डल होने की संभावना से आजादी आदि बहुत सी तकनीकी पर काम किया गया है। यदि आप भी टेंडरिंग करते हैं या सप्लाई करते हैं तो आप उत्तम क्वालिटी की मैन्युफैक्चरिंग के लिए संपर्क कर सकते हैं। 


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Saturday, September 8, 2018

संदीप रावत का कविता-पाठ

कविता लेखन और कविता मंचन दोनों अलग अलग विधाएं हैं दोनों का स्वरूप अलौकिक है। सीमित अक्षरों से नव शब्द का सृजन और उस शब्द को स्वरमय मधुर परिकाष्ठा पर लाना कितनी कठिनाईयों का परिणाम हो सकता है इसका अनुमान किसी विशेष वयक्तित्व के धनी व्यक्ति को ही होता है। आज आप ऐंसे ही मधुर स्वर और अलौकिक शब्दों के जादूगर की एक अद्भुत अभिव्यक्ति से परिचित होने जा रहे हैं। माँ सरस्वती जिनकी स्वर लहरी में वास कर ले उनकी आवाज और उनके शब्दों को भला कौन अनदेखा कर सकता है। आज आप खुद सुनिये उनकी एक करुणामय मधुर वंदना।



Friday, September 7, 2018

हारमोनियम बजाना सीखिये

गीत संगीत और वाद्य यंत्र अक्सर हम सभी को कभी न कभी अपनी ओर आकर्षित करते हैं। हर व्यक्ति अपनी उम्र में वाद्य यंत्रों को बजाना सीखिना चाहता है, मगर साधन उपलब्ध न होने की वजह से यह सभी का सपना रहा जाता है खुश किस्मत होते हैं वो लोग जिन्हें अपनी रुचि के अनुरूप सीखने का मौका मिलता है। मगर यह भी सच है ज्यूँ ज्यूँ उम्र बढ़ती है हमारे शौक और इरादे बदलने लगते हैं। और हम अपने हृदय की उस ईच्छा को ह्रदय में ही दफन कर देते हैं जब जब हम आगे बढ़ते हैं और जैंसे जैंसे उन सभी का हमारे से सामना होता है हम मायूस हो जाते हैं। सोचते हैं काश हम भी....  इच्छानुसार हम हर वो वाद्या यंत्र उस समय बहुत जल्दी सीख सकते हैं जब यह ईच्छा हमारे मन मे हिलौरे लेने लगती है। अब हम वो सब पा सकते हैं जो हमें सीखना है डिजिटिलाइजेशन के इस युग मे अब सीखिये हर वाद्य यंत्र को जो आपका सपना था आज भी सीखना उतना ही सरल है जितना तब था जब आप की पहली ईच्छा मन मे उत्त्पन्न हुई थी। बस जरूरत है खुद को समझने की ओर अपने आप को समय के साथ दृढ़ संकल्प में बंधने की। ये आप अपने बच्चों को भी सीखा सकते हैं आईये आज इस कड़ी में यहाँ  सीखते हैं हारमोनियम बजाना।

Wednesday, September 5, 2018

यूट्यूब का (Yout You) हम लोग खिलौने की तरह उपयोग कर रहे हैं, अपननी इच्छा अनुसार हम सब इस (Youtube) पर वीडियो सर्च करते हैं और देखते हैं। कुछ लोग एजुकेशनल (Educational)  कुछ मोटिवेशनल (Motivational) कुछ मनोरंजन ( Entertainment) से सम्बंधित वीडियो या फिल्में देखेते है यो कुछ इन सब से सीखते हैं मगर बहुत कम लोगों को मालूम है कि यूट्यूब पर अकाउंट बना कर अपना चैनल क्रेट करने के बाद यूट्यूब चैनल पर काम करने से अच्छा रोजगार भी प्राप्त किया जाता है। साधारणतः यूट्यूब भी रोजगार सृजन के लिए एक अच्छा माध्यम है। यूट्यूब चैनल से कैंसे रोजगार शुरू किया जाता है जाने के लिए यहाँ  क्लिक करें।



Sunday, September 2, 2018

गणित ( Mathematics)

गणित हमारे जीवन का सबसे उपयोगी विषय है जन्म से लेकर मृत्यु तक हम गणित के फेर में ही फंसे होते हैं। जीवन की हर संतुष्टि के परिणाम पीछे भी गणित का ही योगदान होता है। आज बात करते हैं गणित के अंकों की। गिनती से लेकर गणित का रुझान मन को विचलित कर देता है मगर यह तब हमें अत्यधिक परेशान करता है जब (Table) पहाड़े हमारी जिंदगी में आने शुरू होते हैं, गणित के टेबल के इस डर से बहुत से विद्यार्थी घबरा जाते हैं कुछ बच्चे तो सदैव इस विषय से बचना भी चाहते हैं मगर शिक्षा की कोई भी सीढ़ी बिना इसे छुये बिना आगे नही बढ़ती है तो आईये आज सीखते हैं कि 9 से 99 तक की टेबल कैंसे चुटकी में हल कर सकते हैं कुछ साधारण सी बातों को हमें सदैव ध्यान में रखना है। यदि आप भी इस चमत्कार को अपनी लाईफ में अपना कर आगे बढ़ना चाहते हैं तो यहाँ पर क्लिक कीजिए।


लेखन में हैं असीमित संभावनाएं
आज बात करते हैं लेखन की। सामान्यतः हम में से अधिकांश लोग कहीं न कहीं कुछ न कुछ लिखते आ रहे हैं चाहे वो सोशियल मीडिया प्लेटफॉर्म ही क्यों न हो, मगर इस लेखन से कितनो को रोटी कमाने का रास्ता मिलता है सायद 1 या दो प्रतिशत लोगो को। जी हां लेखन रोजगार का एक सशक्त माध्यम है लेकिन हम इसको समझ नही पाते हैं। अधिकांश लोग आजकल फेसबुक या अन्य प्लेटफॉर्मों पर कविता, गीत, गद्य आदि लिख रहे हैं और कुछ लोग तो पुस्तकों को भी प्रकाशित करवा रहे हैं फिर हम में से बहुत कम लोग लेखन की उपयोगोता समझते हैं। सायद हम इसलिए भी नही समझ पाते हैं क्योंकि जिस परिवेश में हमारी शिक्षा दीक्षा हुई है वहाँ पर कभी भी लेखन के महत्व को समझाया ही नही गया और न ही लेखन से रोजगार के स्रोतों के बारे में जानकारियाँ दी गयी हैं। लेकिन आज के समय को यदि हम लोग समझ पायें तो यह निष्कर्ष निकलता है कि बिना लेखन के हर क्षेत्र वीरान है, लेखन के बिना आज बाजार नही उभर सकता, लेखन के बिना इंसान एक कदम आगे नही बढ़ सकता, लेखन ही एक मात्र रास्ता है आज जो संपूर्ण विश्व को एकाग्र करता है। आज यदि हम लेखन के महत्व को समझने में सफल होते हैं तो हमें न तो रोजगार की चिंता रहेगी और नही स्वरोजगार शुरू करने में कोई परेशानी महसूस होगी। समझ लीजिए बिना लेखन के दुनियॉ में कुछ भी न तो खरीदा जा रहा है और न ही बेचा जा रहा है। आज के समय मे यदि आप अपना कैरियर लेखन को लेकर आगे बढ़ाना चाहते हैं या स्वरोजगार की ओर लेखन को लेकर आगे बढ़ना चाहते हैं तो यह राह सबसे सरल राह है लेकिन आपको स्वयं इस रास्ते की गहन जानकारियाँ सीखनी पड़ेंगी। स्वतंत्र आर्टिकल लेखक, ब्लॉग लेखक, विशेष क्षत्रों पर लेख, विज्ञापनों के लिए लेख, फिल्मों के लिए गीत, डाइलॉग, थीम आदि, प्रकाशनों के लिए पुस्तकें, कविताएँ, कहानियाँ, यह रास्ते लेखन के क्षेत्र को बहुत ऊंचाईयों तक लेकर जाते हैं। बस जरूरत है इन रास्तों पर कैंसे आगे बढ़ा जा सकता है यह सीखने की। यह एक मात्र ऐंसा क्षेत्र है जिस की ज्यादा जानकारियाँ हमें मालूम नही होती, आज किस किस को लेखक की जरूरत पड़ रही है यह समझने की जरूरत है। किसी भी बस्तु को बेचने मे आज सेल्समेन से ज्यादा एक लेखक जी जरूरत महसूस होती जा रही है। कंपनी हो चाहे प्रकाशन, फिल्म हो चाहे विज्ञापन, सोशियल मीडिया हो चाहे प्रोफेशनल मीडिया, नेता हो चाहे अभिनेता, मोटिवेटर हो चाहे कोई कार्यक्रम हो हर जगह लेख और लेखक की उपयोगिता मुख्य रूप से होती है,कोई वेबसाईट और कोई पुस्तक बिना लेखक के कभी भी परिपूर्ण नही हो सकती, हां हर कोई लेखक नही बन सकता यह सभी को मालूम है मगर ये भी सभी जानते हैं कि यदि लेखन की कुछ तकनीकी सिख ली जाय तो हर कोई लेखन कर सकता है। तो आईये अपने कदम लेखन की ओर आगे बढ़ाएं।

मशरूम च्युं

मशरूम ( च्युं ) मशरूम प्राकृतिक रूप से उत्पन्न एक उपज है। पाहाडी क्षेत्रों में उगने वाले मशरूम।