Friday, March 30, 2018

युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच द्वारा प्रदान की सम्मान पत्र। 


Friday, February 2, 2018

गीली मिट्टी
कभी आंखों में
नव अंकुर सी
रेखांकित कर देती 
पल-पल को
गीली मिट्टी!
सपने पलने लगते
अपने चलने लगते
एहसास दिला जाती
क्षण भर में
गीली मिट्टी!
लेना चाहता है स्वरूप
तेरे आगोश में छुप कर
टहलता हुआ जल
बदल देती है रूप
गीली मिट्टी!@ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Wednesday, November 15, 2017

आँखि खोल द्या
बक्त ऐगी देख्णो
आँखि खोल द्या
बक्त ऐगी बोनो 
भट्याकी बोल द्या
अदलि बदलि देख्ला कब तैं
अब त बटोल द्या!
बक्त ऐगी देख्णो
आँखि खोल द्या
बिस्त्रों मा न पाला यूँ तैं
अब त ख्खोड द्या
बक्त ऐगी बोनो
भट्याकी बोल द्या!
बक्त ऐगी देख्णो
आँखि खोल द्या
उगरा ग्ळयों अपरी खुटयों न
धोरा यूँ तै न औण द्या
बक्त ऐगी बोनो
भट्याकी बोल द्या!
बक्त ऐगी देख्णो
आँखि खोल द्या
कब तलक टक लागैकि
देख्ला ऊँ बाटियों
बक्त ऐगी बोनो
भट्याकी बोल द्या! @ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Tuesday, November 14, 2017

आँख्यों मा छळकदू आँसू 
पराण निरास्यूँ रै ग्याई
रट लगाईं रै उत्तराखंड की 
त्वी बतौ बणी उत्तराखंड तिन क्या पाई। 
कुठारी भौर्यालि उँ लोगून् 
चमकदा दरवार देख्याला
तुम रोंदाँ रयाँ सदानी इनि
कै दिन नींद मा तुम भी सेजाला।
भोळ औण नि फिर यू दिन
सुखी जाला आँसू रोंण नि तिन
गुठयारों मा बांदर रैला
धुरपालियों मा कंडाळी पैला।
हर्युं भर्युं गौं ह्वैजालू
फिर निवाति कोण्यों पर कन कै सेल्या
सुपिन्यों कु उत्तराखंड इनी पैला।
@ - राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Thursday, November 2, 2017

What to know before you sign up with AdSense

Looking to earn extra revenue from your website with Google AdSense? These guides are designed to get you up to speed quickly, so that you can start earning by showing relevant and engaging ads alongside your online content. Just choose the path that's right for you to get started!

Wednesday, October 4, 2017

~~~ ढुंगा ~~~
ढुंगा उठ्यां भी छन 
ढुंगा छुप्याँ भी छन 
ढुंगा फर्कणा भी छन 
ढुंगा सर्कणा भी छन
क्या बोन यूँ ढुंगों कु
ढुंगा ढुंगा भी नि छन!

देखा टिडागी पौंडीं हफार 
निर्भाग्यों कु बण्युँ व्यापार
भौ कुई देंदु नि यूँ तैं कभी 
छौंदी कुड्यों बण्याँ खंद्वार!

ढुंगा उठ्यां भी छन 
ढुंगा छुप्याँ भी छन ......!

टकराणा छिन आफुमा 
कच्चाकी पौंडीं देहगाथ 
मुछालौं सी सुलग्याँ छन 
कैंमा लगौंण छुयीं बाथ!

ढुंगा उठ्यां भी छन 
ढुंगा छुप्याँ भी छन .....!

समझणा भी छन 
ढुंगा ढुंगा ही छन
मुखुड़ि घसिं माटन्
माटासी यी खुश छन! 
@- राजेन्द्र सिंह कुँवर 'फरियादी'

Wednesday, August 23, 2017


Best Stainless Steel Fabricators in India please call or contact us for more information
We hold the expertise in manufacturing and exporting Stainless Steel Main Gate & Stainless Steel Railing around the globe. Our products are manufactured using first-grade steel and raw materials purchased from trust-worthy vendors. The entire products of us are featured with an elegant appearance. Visit our web page www.kunwarbros.in, www.kunwarbros.com, www.kunwarbros.co, www.kbsnco.blogspot.in

मशरूम च्युं

मशरूम ( च्युं ) मशरूम प्राकृतिक रूप से उत्पन्न एक उपज है। पाहाडी क्षेत्रों में उगने वाले मशरूम।